न्यू यॉर्क: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने में अंतरराष्ट्रीय सहयोग के पूर्णतय अभाव की निंदा की. एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि कई देशों की कोरोना वायरस से अकेले निपटने की नीति इस संक्रमण को हरा नहीं पाएगी.
गुतारेस ने एक साक्षात्कार में कहा कि देशों को यह समझने की आवश्यकता है कि इस बीमारी से अकेले निपटने की कोशिश कर वह ऐसे हालात पैदा कर रहे हैं, जो बेकाबू होते जा रहे हैं और इस संक्रमण से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग सबसे महत्वपूर्ण है.
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उन्होंने कहा कि कोविड-19 चीन से शुरू होकर, यूरोप, फिर उत्तर अमेरिका और अब दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका और भारत में फैल गया है. गुतारेस ने कहा कि इसके बावजूद 'कोविड-19 से निपटने के मामले में देशों के बीच समन्वय का पूर्णतय अभाव है.
उन्होंने कहा कि देशों को यह समझना आवश्यक है कि वह वैश्विक महामारी के उपचार, जांच तंत्र, टीका विकसित करने और उन तक सभी की पहुंच सुनिश्चित करने की दिशा में समन्वित प्रयास करके इस संक्रमण को मात दे सकते हैं.
महासचिव ने कहा कि देश नौकरियां जाने, हिंसा बढ़ने और मानवाधिकार उल्लंघन के मामले बढ़ने समेत कोविड-19 के कारण पैदा हुई चुनौतियों से निपटने के लिए समन्वित राजनीतिक, आर्थिक एवं सामाजिक कदम उठाकर इस महामारी से असर को कम कर सकते हैं.
उन्होंने कहा, निस्संदेह मैं मौजूदा समय में अंतरराष्ट्रीय सहयोग के अभाव से हताश हूं, लेकिन मुझे उम्मीद है कि नई पीढ़ियां भविष्य में चीजें बदलने में सक्षम होंगी. बता दें, दुनियाभर में कोरोना वायरस से 90 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं और 4,72,000 लोगों की मौत हुई है.