वाशिंगटन :अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को हुए आतंकवादी हमले के 10 साल बाद अमेरिकी अपने अधिकारों और स्वतंत्रता की स्थिति को लेकर काफी सकारात्मक थे, लेकिन आज 20 साल बाद वे उतने सकारात्मक नहीं हैं.
द एसोसिएटेड प्रेस-एनओआरसी सेंटर फॉर पब्लिक अफेयर्स रिसर्च के सर्वेक्षण में यह बात सामने आई. अमेरिकी इतिहास में हुए सबसे बड़े आतंकी हमले (9/11) के बाद 2013 और 2015 में भी यह सर्वेक्षण किया गया था और उस दौरान पूछे गए कुछ सवाल इस बार के सर्वेक्षण में भी शामिल किए गए थे.
अमेरिकी इस विचार के इर्द-गिर्द अपेक्षाकृत एकजुट थे कि सरकार ने आतंकवादी हमलों के एक दशक बाद कई मूल अधिकारों की रक्षा करते हुए एक अच्छा काम किया, जिसके तहत देश की खुफिया सेवाओं और गृह सुरक्षा विभाग जैसी एजेंसियों में बड़े पैमाने पर बदलाव किया गया.
इन बदलावों के साथ हालांकि सरकार के जरूरत से ज्यादा जानकारी जुटाने को लेकर चिंताएं भी सामने आईं. फिर भी, कुल मिलाकर अमेरिकी इन बदलावों को लेकर सकारात्मक दिखे थे.
पिछले कुछ वर्षों में यह रुख खत्म हो गया है, अब बहुत कम लोग कह रहे हैं कि सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, वोट देने का अधिकार, हथियार रखने का अधिकार और अन्य अधिकारों की रक्षा के लिए अच्छा काम कर रही है.
उदाहरण के लिए, सर्वेक्षण में 45 प्रतिशत अमेरिकी अब कहते हैं कि उन्हें लगता है कि अमेरिकी सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करते हुए अच्छा काम कर रही है, जबकि 32 प्रतिशत का मानना है कि वह खराब काम कर रही है और 23 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जिन्होंने कोई राय व्यक्त नहीं की. सरकार के काम को 2011 में अच्छा बताने वालों की संख्या 71 फीसदी थी और 2015 में ऐसा मानने वाले लोग 59 प्रतिशत थे.
काफी अमेरिकी सरकार की सार्वजनिक रूप से उपलब्ध विशेषकर ऑनलाइन उपलब्ध निजी जानकारी की सुरक्षा करने में सरकार की नाकामी से निराश नजर आए.