न्यूयॉर्क : अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने कहा कि विश्व में कोविड-19 के कारण आर्थिक मंदी के मद्देनजर यह भारत और अमेरिका के बीच एक 'अद्वितीय साझेदारी' के वादे को नवीन रूप देने का समय है, ताकि आबादी के पांचवें हिस्से को सीधा फायदा पहुंचे.
अमेरिकी पत्रिका 'न्यूज़वीक' में संधू ने 'मीटिंग द चैलेंज ऑफ अवर टाइम्स: डीपनिंग द इंडिया-यूएस पार्टनरशिप' शीर्षक से एक लेख लिखा, जिसमें उन्होंने नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच सहयोग के पांच ऐसे क्षेत्रों को रेखांकित किया है, जिससे न केवल दोनों लोकतांत्रिक देशों को फायदा होगा, बल्कि इससे एक सुरक्षित, स्वस्थ तथा अधिक समृद्ध दुनिया बनाने में भी मदद मिलेगी.
ये क्षेत्र कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने, जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से लड़ने, डिजिटल क्षमताओं, शिक्षा साझेदारी और रक्षा एवं रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने से जुड़े हैं.
संधू ने लिखा कि सबसे बड़े प्रकोप का सामना करने के मद्देनजर अब अद्वितीय साझेदारी के वादे को नवीन रूप देने का समय आ गया है, जिससे आबादी के पांचवें हिस्से को सीधा लाभ पहुंचे और जो नियम-आधारित विश्व व्यवस्था के लिए स्थायी शांति एवं सुरक्षा का स्रोत बने.
संधू ने कहा कि दोनों देशों ने अमेरिका में द्विदलीय सहमति और भारत में हर दल के समर्थन के आधार पर पिछले दो दशक में एक 'उल्लेखनीय साझेदारी' निर्मित की है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के नए अमेरिकी प्रशासन के तहत, हम अपने देशों और दुनिया को लाभ पहुंचाने वाली एक नींव का निर्माण कर सकते हैं.
'भारत विश्व का औषधालय'
उन्होंने कहा, 'हम अमेरिकी शासन के साथ तत्काल वैश्विक महामारी से निपटने के लिए, स्वास्थ्य-देखभाल क्षेत्र में हमारे व्यापक सहयोग को आगे बढ़ाएंगे, जिसमें विज्ञान से जुड़ी चीजों के आदान-प्रदान (वर्तमान में पांच टीकों पर मिलकर काम जारी है) से लेकर औषधियों आदि तक को एक-दूसरे के साथ साझा करना शामिल है.'