वॉशिंगटन : क्षेत्रीय समृद्धि में चीन और भारत को एक अहम कारक बताते हुए अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा कि पड़ोसी पाकिस्तान के लिए यह चुनने का समय है, क्योंकि अब तक उसके सभी आकलन गलत रहे हैं.
गनी ने सीएनएन के फरीद जकारिया को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि मौखिक रूप से, पाकिस्तान के नेता सौभाग्य से यह स्वीकार करते हैं कि वे अफगानिस्तान में तालिबान सरकार नहीं चाहते हैं, बल्कि वे युद्धग्रस्त देश में शांतिपूर्ण, स्थिर, लोकतांत्रिक सरकार देखना चाहेंगे. इस साक्षात्कार का प्रसारण रविवार को हुआ.
उन्होंने कहा, हम उनकी समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण हैं. स्थिर और एकजुट अफगानिस्तान में विकास दर दो प्रतिशत तक बढ़ सकती है, हमें एक साथ काम करना होगा. उन्होंने कहा, इसलिये, दो विकल्प हैं. हमारे माध्यम से मध्य एशिया से जुड़ें, शांति के लिए साझेदारी के माध्यम से संयुक्त समृद्धि में साझेदार बनें, अंतरराष्ट्रीय विश्वसनीयता और समर्थन प्राप्त करें, जिसकी उन्हें जरूरत है या अराजकता को चुनें.