जोहानिसबर्ग: दक्षिण अफ्रीका के एक पूर्व मंत्री को सोमवार को उन कई आरोपों से मुक्त कर दिया गया, जिनमें कहा गया था कि उन्होंने भारतीय मूल के विवादास्पद गुप्ता परिवार के सदस्यों को अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर नागरिकता दी है.
लोक प्रोटेक्टर बससीवे मखवेबने ने पाया कि पूर्व गृह मंत्री मालूसी गिगाबा ने दक्षिण अफ्रीका नागरिकता अधिनियम के प्रावधानों के तहत असाधारण परिस्थितियों में जिन लोगों को नागरिकता प्रदान की है, उनके नाम संसद के पटल पर सार्वजनिक नहीं कर कार्यकारी आचार संहिता का उल्लंघन किया है.
लोक प्रोटेक्टर ने हालांकि कहा कि मंत्री ने गुप्ता परिवार को जल्द नागरिकता दिये जाने को मंजूरी देते हुए अपनी शक्ति का दुरुपयोग नहीं किया.
गिगाबा ने ट्वीट किया, मैं लोक प्रोटेक्टर की रिपोर्ट के निष्कर्षों का स्वागत करता हूं, जो मुझे उन बेबुनियाद आरोपों से मुक्त करते है, जिनके कारण नवम्बर 2018 में मुझे मंत्रिमंडल से बाहर होना पड़ा था. मैं अपने वकीलों से सलाह किये बगैर इस रिपोर्ट के बाकी हिस्सों पर टिप्पणी नहीं करूंगा.