मुंबई : म्यूजिक के सरताज ए आर रहमान के संगीत की दुनिया दीवानी है. जब इस दिग्गज कंपोजर का संगीत कानों में पहुंचता है तो लोगों को बहुत राहत देता है. ए आर रहमान इंडियन फिल्म इंडस्ट्री के इकलौते ऐसे म्यूजिक कंपोजर माने जाते हैं, जो डिस्को सॉन्ग को भी बिना किसी शोर के सलीके से पेश करते हैं. रहमान के गानों की लिस्ट उनके फैंस के मोबाइल में रहती है, जिसमें लव, रोमांटिक और दर्दभरे सभी टेस्ट के गाने मौजूद हैं. रहमान के चाहनेवालों की कम नहीं हैं, लेकिन हिंदू से मुस्लिम बने इस संगीतकार ने एक 'गलती' कर दी. जी हां, हाल ही में रहमान साहब ने अपनी खातून (पत्नी) सायरा बानो को उस वक्त बोलते हुए बीच में रोक दिया जब वह अपनी स्पीच को हिंदी के शब्दों से सजा रही थीं. रहमान को यह बात पसंद नहीं आई और अपनी बेगम को बोल बैठे हिंदी नहीं तमिल में बोलें.
हिंदी भाषा विकासशील देश भारत की मात्र भाषा है. अब हिंदी को बोलने से रोकना यानि यह तो 'देशद्रोही' वाली हरकत हुई ना. इसके लिए अब सोशल मीडिया पर रहमान के लिए यूजर्स के मुंह से नफरत भरे बोल निकल रहे हैं. खैर, हम यहां बात करेंगे रहमान साहब की बेगम सायरा बानो की. ए आर रहमान से उनकी मुलाकात कैसे हुई...और कैसे इनकी बात निकाह तक पहुंची.
कौन हैं सायारा बानो ?
सबसे पहले सायरा बानो को ए आर रहमान की पत्नी के रूप में पहचान मिली हुई है. वह एक अच्छे परिवार से हैं, जहां अंग्रेजी अधिक बोली जाती है. इसलिए जब रहमान ने हिंदी की जगह तमिल में बोलने को कहा तो उन्होंने कहा तमिल भाषा में हाथ तंग है और वह अंग्रेजी में बोलेंगी.
सायरा बानो का जन्म गुजरात के कच्छ में हुआ था. वह आज 50 साल की हैं और शौहर रहमान से उम्र में 6 साल छोटी हैं. उनके वालिद (पिता) अब्दुल सत्तार इंडियन एयरलाइंस में पायलट थे.
कब हुआ था रहमान से निकाह?
एआर रहमान और सायरा बानो की शादी 1995 में हुई. जबकि रहमान की मां को सायरा की छोटी बहन मेहर को अपने घर की दुल्हन बनाना था. मगर, सायरा के घरवाले अपनी बड़ी बेटी सायरा को पहले ब्याहना चाहते थे. जब रहमान की मां ने सायरा से बातचीत की तो उनको सायरा का चाल-चलन और बोलचाल में सादगी भा गई.