मुंबई :विवेक अग्निहोत्री, जो बेबकता से अपने विचार रखने के लिए जाने जाते हैं, ने हाल ही में अपनी नई पोस्ट में समलैंगिक विवाह की वकालत की है. फिल्म मेकर का यह रिएक्शन सुप्रीम कोर्ट से याचिकाओं के बैच को खारिज करने का आग्रह करने के एक दिन बाद आई है, जिसमें कहा गया है कि मुद्दों को लोगों के निर्वाचित प्रतिनिधियों के ज्ञान पर छोड़ देना चाहिए.
लॉ बीट के ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट किया गया है, जिसमें लिखा है, 'केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि समलैंगिक विवाह एक शहरी अभिजात्य अवधारणा है, जो देश के सामाजिक लोकाचार से बहुत दूर है. केंद्र का कहना है कि विषमलैंगिक संघों से परे समान समलैंगिक विवाह का विस्तार एक नई संस्था का निर्माण करेगा.' विवेक अग्निहोत्री ने एक ट्वीट में समलैंगिक विवाह का समर्थन किया है.
फिल्म मेकर विवेक अग्निहोत्री ने मंगलवार को इसी ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है, 'नहीं. समलैंगिक विवाह एक 'शहरी संभ्रांतवादी' (urban elitist) अवधारणा नहीं है. यह एक मानवीय आवश्यकता है. हो सकता है कि कुछ सरकारी अभिजात वर्ग ने इसका मसौदा तैयार किया हो, जिन्होंने कभी छोटे शहरों और गांवों में यात्रा नहीं की हो. या मुंबई के स्थानीय. पहली बात कि समलैंगिक विवाह एक अवधारणा नहीं है. यह एक जरूरत है. यह एक अधिकार है. भारत जैसी प्रगतिशील, उदार और समावेशी सभ्यता में समलैंगिक विवाह सामान्य होना चाहिए, अपराध नहीं.'