मुंबई: संगीत जगत के सम्राट उस्ताद राशिद खान अब हमारे बीच नहीं रहें. आज, 9 जनवरी को उस्ताद राशिद खान का लंबी बीमारी के कारण निधन हो गया. यह खबर मिलती ही फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ पड़ी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर सानू कुमार, सोनू निगम जैसे गायकों ने उस्ताद के निधन पर शोक जताया है.
पीएम मोदी ने क्लासिक म्यूजिशियन उस्ताद राशिद खान के निधन पर संदेवना व्यक्त की है. इसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया का सहारा लिया है. उन्होंने अपने ऑफिशियल एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा है, 'भारतीय शास्त्रीय संगीत जगत की महान हस्ती उस्ताद राशिद खान जी के निधन से दुख हुआ. संगीत के प्रति उनकी अद्वितीय प्रतिभा और समर्पण ने हमारी सांस्कृतिक दुनिया को समृद्ध किया और पीढ़ियों को प्रेरित किया. उनका निधन एक खालीपन छोड़ गया है जिसे भरना मुश्किल होगा. उनके परिवार, शिष्यों और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना.'
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सम्राट उस्ताद राशिद खान दुख व्यक्त करते हुए लिखा है, 'प्रख्यात हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत गायक उस्ताद राशिद खान के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ. पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित उस्ताद राशिद खान ने फ्यूजन की खोज और जुगलबंदियों का प्रदर्शन करके अत्यधिक बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया. वह शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में एक समृद्ध विरासत छोड़ गए हैं. मैं उनके प्रियजनों और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं.'
उप-राष्ट्रपति
भारत के उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शोक जताते हुए ऑफिशियल एक्स पर लिखा है, 'पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित, उस्ताद राशिद खान एक प्रतिष्ठित हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत गायक थे, जिनकी उल्लेखनीय विरासत न केवल हमारे देश के लिए, बल्कि वैश्विक संगीत बिरादरी के लिए एक अमूल्य खजाना है. उनके असामयिक निधन से गहरा दुख हुआ. उनके परिवार, दोस्तों और फैंस के प्रति मेरी संवेदना.'
ममता बनर्जी
वहीं, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने क्लासिक म्यूजिशियन की याद में एक लंबा नोट लिया है. एक्स पर लिखा है, 'हमारे समय के भारतीय शास्त्रीय संगीत के महानतम प्रतिपादकों में से एक, उस्ताद राशिद खान के दुखद निधन से गहरा दुख हुआ. संगीत निर्माण में अद्वितीय प्रतिभा वाले एक बेहद सम्मानित गायक, उन्होंने यहां बसकर और बंगाल को अपना घर बनाकर हमें गौरवान्वित किया. वह और सोमा, उनकी पत्नी, और बेटा अरमान, और पूरा परिवार हमारे करीब थे और उन्होंने हमें उस्ताद की जीवन की अंतिम यात्रा में उनके साथ रहने की अनुमति दी.'