मुंबई:प्यार एक ऐसा शब्द है, जो नाम लेते ही मौसम को खुशनुमा बना देता है. प्यार का अहसास बड़ी से बड़ी समस्या को भी पल में हल कर देता है. हीर-रांझा, लैला-मजनू और न जाने कितने इश्क करने वाले हुए...कितनों ने इश्क किया और कितने फना हो गए, मगर प्यार हमेशा जिंदा रहता है ये अमर कर गए. ऐसे में प्यार का त्योहार कहें या मौसम... वैलेंटाइन वीक चल रहा है और 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे है. हम लेकर आए हैं कुछ मशहूर हस्तियों की बेहद इंस्पायर्ड करने वाली लवस्टोरी, जिसे पढ़कर आपको भी हो जाएगा प्यार.
विक्रम बत्रा-डिंपल: कैप्टन विक्रम बत्रा के देश के लिए दिए बलिदान को कौन भूल सकता है. पाकिस्तानी सेना ने इक्कीस वर्ष पहले 7 जुलाई को उन्हें शेरशाह की उपाधि से विभूषित किया था. कारगिल नायक, विक्रम बत्रा ने अपने साथी को बचाने की कोशिश करते हुए अपनी जान दे दी थी. उनके साहस और आत्म-बलिदान ने सैनिकों को प्रेरित किया. इस जांबाज कप्तान की लवस्टोरी भी बेहद खूबसूरत है. डिंपल से वह 1995 में पंजाब यूनिवर्सिटी में मिले थे. 1999 में युद्ध छिड़ने से पहले दोनों अंग्रेजी में एमए की डिग्री के लिए पढ़ाई कर रहे थे, जहां उनके दोस्ती प्यार में बदल गई.
1996 में, विक्रम बत्रा को भारतीय सैन्य अकादमी में चुना गया और उन्हें देहरादून जाना पड़ा. उनकी प्रेमिका डिंपल चीमा को डर था कि दूरी उनके रिश्ते से समझौता कर लेगी लेकिन बत्रा ने वादा किया कि वे जल्द ही शादी कर लेंगे. उनके ऊपर फिल्माई गई शेरशाह फिल्म में भी हम देखते हैं कि विक्रम एक ब्लेड निकालते हैं और अपनी उंगली काटकर उनकी मांग भर देते हैं. 7 जुलाई 1999 को कैप्टन विक्रम बत्रा दुनिया से विदा हो गए और अपने पीछे डिंपल को छोड़ गए.
दिलीप कुमार-सायरा बानो: फिल्म जगत का शानदार सितारा मोहम्मद यूसुफ खान को दिलीप कुमार नाम मिला था, जब उन्होंने 1944 में हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी शुरुआत की थी. सायरा बानो उनसे 22 साल छोटी थीं और एक्टर की बहुत बड़ी फैन भी थीं. दिलीप कुमार और सायरा बानो की 11 अक्टूबर, 1966 में जब शादी हुई थी तो उस वक्त सायरा बानो 22 साल, जबकि दिलीप कुमार 44 वर्ष के थे. दिलीप कुमार और सायरा बानो जिंदगी भर साथ रहे और उनके प्यार में कभी उम्र नहीं आया.
सचिन तेंदुलकर-अंजलि:खेल जगत का बड़ा नाम या क्रिकेट का भगवान कहे जाने वाले सचिनकिसी परिचय के मोहताज नहीं हैं, मगर उनकी लवस्टोरी से हम आज आपको परिचय कराते हैं. अंजलि तेंदुलकर एक लोकप्रिय उद्योगपति अशोक मेहता की बेटी हैं. हालांकि, जब उन्होंने शादी की तो उनके बारे में कोई कुछ नहीं जानता था. सचिन और अंजलि की पहली मुलाकात मुंबई में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हुई थी. सचिन तेंदुलकर क्रिकेट दौरा से लौट रहे थे, वहीं अंजलि अपनी मां को रिसीव करने के लिए एयरपोर्ट पर थीं.
सचिन को देखकर अंजलि को पहली नजर का प्यार हो गया था. दिलचस्प बात है कि अंजलि को क्रिकेट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी. जब डेटिंग शुरू की तो अंजलि ने शुरुआत क्रिकेट के बारे में अधिक जानकारी जुटाने में की. 5 साल एक-दूसरे को डेट करने के बाद दोनों ने 24 मई 1995 को शादी कर ली. दोनों की उम्र में 6 साल का अंतर है. अंजलि तेंदुलकर उम्र में सचिन से 6 साल बड़ी हैं और दोनों को दो बच्चे हैं.
सुधा मूर्ति और नारायण मूर्ति: शादी के बाद नारायण मूर्तिइंफोसिस के संस्थापक बने. पति की सफलता के पीछे सुधा का बहुत बड़ा योगदान है. उनका रिश्ता हमें बताता है कि प्यार के प्रति ईमानदारी और सच्ची प्रतिबद्धता है. नारायण एक शर्मीले और अंतर्मुखी किस्म के व्यक्ति थे, जबकि सुधा पूरी तरह विपरीत, बहिर्मुखी और खुलकर बोलने वाली लड़की थीं. उस समय सुधा टेल्को (अब टाटा मोटर्स), पुणे में कार्यरत थीं और वह नारायण से एक परस्पर मित्र प्रसन्ना के माध्यम से मिली थीं.