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'डंकी' की रिलीज से पहले बड़ी मुसीबत में फंसी शाहरुख की पत्नी गौरी, जानिए ईडी ने क्यों भेजा नोटिस - शाहरुख वाइफ गौरी ईडी नोटिस

शाहरुख खान की अपकमिंग फिल्म 'डंकी' को रिलीज होने में केवल दो दिन बाकी है. उसके पहले उनकी पत्नी गौरी को ईडी ने नोटिस भेजा है. जानिए क्या है पूरा मामला...

Shah Rukh Khan-Gauri
शाहरुख-गौरी

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 19, 2023, 7:05 PM IST

मुंबई:शाहरुख खान की पत्नीगौरी खान, जो लखनऊ स्थित रियल एस्टेट कंपनी तुलसियानी ग्रुप की ब्रांड एंबेसडर हैं, को मंगलवार को ईडी के साथ पेश किया गया. ईडी ने 30 करोड़ रुपये के गबन के आरोप में बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान की पत्नी, फिल्म निर्माता और इंटीरियर डिजाइनर गौरी खान को नोटिस भेजा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गौरी, जो लखनऊ स्थित रियल एस्टेट कंपनी तुलसियानी ग्रुप की ब्रांड एंबेसडर हैं, कंपनी पर निवेशकों और बैंकों से 30 करोड़ रुपये ठगने का आरोप है.

यह भी खबर आई है कि ईडी इस मामले में गौरी को समन कर सकती है. हालांकि, उन्होंने अभी तक ईडी के नोटिस पर कोई रिएक्शन नहीं दिया है. कई मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि तुलसियानी ग्रुप पर निवेशकों और बैंकों को लगभग 30 करोड़ रुपये का वित्तीय नुकसान पहुंचाने का आरोप है. इस मामले को लेकर खबर है कि ईडी गौरी से उनके वित्तीय लेन-देन के बारे में पूछताछ करने की कार्रवाई कर रही है.

रिपोर्ट्स की मानें तो ईडी ऑफिसर विभिन्न पहलुओं की जांच करेंगे, जैसे कि गौरी को तुलसियानी समूह का ब्रांड एंबेसडर बनने के लिए कितना पैसा मिला. ऐसे कई मामलों की जांच ईडी अधिकारी करेंगे. ईडी के जरिए गौरी से कंपनी के ब्रांड एंबेसडर पद के लिए किए गए अनुबंधों और संबंधित दस्तावेजों की जानकारी भी हासिल की जाएगी.

लखनऊ में, तुलसियानी ग्रुप की सुशांत गोल्फ सिटी नामक एक परियोजना में, मुंबई स्थित किरीट जसवंत शाह ने कथित तौर पर 2015 में 85 लाख रुपये में एक फ्लैट खरीदा था. हालांकि, कंपनी ने शाह को फ्लैट नहीं दिया और न ही पैसे वापस किए. इसके चलते शाह ने तुलसियानी ग्रुप के निदेशकों अनिल कुमार तुलसियानी, महेश तुलसियानी के साथ-साथ ब्रांड एंबेसडर गौरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई.

मार्च 2023 में शाह की ओर से इन तीनों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी. शिकायत में, शाह ने आरोप लगाया, 'मैं उसी साल सुशांत गोल्फ सिटी में कंपनी के कार्यालय गया और इसके निदेशकों से मिला और 86 लाख रुपये का एक फ्लैट खरीदने पर सहमति व्यक्त की. मुझे आश्वासन दिया गया था कि मुझे 2016 में फ्लैट का कब्जा मिल जाएगा. लेकिन जब से फिर काफी समय बीत गया और मुझे फ्लैट नहीं मिला. बाद में मुझे पता चला कि मेरे द्वारा बुक किए गए फ्लैट का एग्रीमेंट कंपनी ने किसी और को ट्रांसफर कर दिया है.'

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