सिंगर हरिहरन और तबला वादक बिक्रम घोष मुंबई :सिंगर हरिहरन अनंत सुब्रमणि पार्श्व गायक अपने प्रोजक्ट को लेकर बेहद एक्साइटेड दिखे. मुख्य रूप से तमिल, हिंदी और तेलुगू भाषाओं में शानदार गायन देने वाले सिंगर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने मलयालम, कन्नड़, मराठी, सिंहल और भोजपुरी सहित 10 क्षेत्रीय भाषाओं में 15,000 से अधिक उल्लेखनीय गीत गाए हैं. वह एक शानदार गजल गायक के साथ ही फ्यूजन संगीत के अग्रदूतों में से एक हैं. तबला वादक बिक्रम घोष और गायक हरिहरन ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
तबला वादक बिक्रम घोष: संगीत की विभिन्न विधाओं में प्रस्तुति दे चुके तबला वादक बिक्रम घोष के बैंड रिदम स्केप ने 2011 में अपनी 10 वीं वर्षगांठ मनाई. बैंड ने अपना दूसरा एल्बम, परिवर्तन भी जारी किया, जिसने भारतीय रिकॉर्डिंग कला पुरस्कार 2012 में सर्वश्रेष्ठ फ्यूजन एल्बम जीता था. घोष असमिया लोक-इंडो गायक पापोन और स्कॉटिश गायक-गीतकार राचेल सरमनी के साथ ट्रोइकला में प्रस्तुति दे चुके हैं.
एल्बम मनमर्जी के बारे में गायक हरिहरन और तबला वादक बिक्रम घोष काक्या कहना है: हमारा गाना कव्वाली रिलीज हो चुका है. जैसा कि हरिहरन ने कभी कव्वाली नहीं गाई, यह कव्वाली उन्हीं के लिए है. सभी गीत ताजी रचनाएं हैं और हरिहरन की आवाज ने स्टेज सेट कर दिया है. यह हमारी साथ में दूसरा एल्बम है. पहला एल्बम इश्क था और मनमर्जी दूसरा एल्बम है. हमें बहुत अच्छा फीडबैक मिला है. लोग इस एलबम को खूब पसंद कर रहे हैं.
इससे पहले इश्क एल्बम साथ रखा था... दोनों एल्बमों का अनुभव कैसा रहा?: हरिहरन ने कहा, इश्क के सारे गाने एल्बम में थे और मनमर्जी अलबम में उर्दू और कई तरह की चीजें हैं. इस एल्बम में सभी प्रेम गीत भी शामिल हैं.
रिकॉर्डिंग समय का एक मज़ेदार किस्सा: हरिहरन के दिमाग में बहुत सारे विचार हैं और इनकी आवाज और इनका हुनर कहीं भी काम आ सकता है. हरिहरन जब गाना गाते हैं तो उनका हर टेक अलग होता है. वे मुझे विचार देते हैं और यह बहुत मजेदार होता है. मैं उसी के अनुसार व्यवस्था करता हूं.
हरिहरनजी जब आप अपने गुरु, अनुभवी गायक मेहदी हसनजी से मिलना चाहते थे तो आपने उनसे मिलने के बारे में झूठ बोला था और आपने कहा कि आप मीडिया से आए हैं? हमें वह कहानी सुनना अच्छा लगेगा: 1975 में जब मेहदी खान साहब पहली बार आए थे तो मैं इसे लेकर बहुत उत्साहित था. मैं उनसे किसी भी कीमत पर मिलना चाहता था. मैं उन्हें कई सालों से सुन रहा हूं. लेकिन कभी देखा नहीं और मैं तब लॉ कॉलेज में था. मेरे पास एक थैला था, उसमें कुछ किताबें थीं. तब मेरे पास एक पत्रकार का व्यक्तित्व था तो मैं उनसे मिलने गया. फिल्म इंडस्ट्री के तमाम लोग वहां बैठे थे और मैं रिसेप्शन के पास पहुंचा और कहा कि मैं एक रिपोर्टर हूं और मैं मीडिया से हूं.
वैलेंटाइन्स डे पर एल्बम ला मनमर्जी रिलीज होगी हरिहरन ने पांच गाने गाए हैं और बिक्रम ने संगीत तैयार किया है तो अनुभव कैसा रहा? : बिक्रम घोष ने एल्बम मनमर्जी पर कहा, यह शानदार एल्बम पांच खूबसूरत गीतों से बना है और प्रत्येक गीत मधुर और कोमल है. साउंडस्केप उत्तम दर्जे का है और एक रोमांचक मिश्रण में पूर्वी और पश्चिमी उपभेदों और उपकरणों का उपयोग हुआ है. इस एल्बम में राजीव पांडे और सुतापा बसु के खूबसूरत बोल हैं. पांच भव्य वीडियो गीतों की रचना की गई. इसमें कव्वाली शैली का गीत नशा तेरी बाली फिल्मी कव्वाली शैली का एक रोमांटिक गीत है. दूसरा स्ट्रेंजर सॉन्ग इस एल्बम में है. हरिहरनजी ने अद्भुत आत्मीयता के साथ गाया है.
पं. बिक्रम घोष ने बताया कि सुतापा बसु के बोल हमें एक बार फिर से प्यार करने पर मजबूर कर देते हैं. इस एल्बम में ऐसा ही एक अनोखा गाना है. उन्होंंने कहा कि मैं मैक्सट्रो हरिहरन के साथ फिर से काम करके सम्मानित महसूस कर रहा हूं. वहीं, पद्मश्री हरिहरन ने कहा, इश्क में आला तन और मन को लुभाने वाले युवा प्रेम के मादक अहसास को गाता है. इसमें दरिया एक क्लासिक रॉक-सूफी गाना है. हुस्न गीत एक स्लो बर्न जैज़-शैली की रचना है.
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