मुंबई :ट्विटर का ब्लू टिक मार्क सालों से प्रामाणिकता और विश्वसनीयता का प्रतीक रहा है. हालांकि, 20 अप्रैल 2023 को ट्विटर के सीईओ एलन मस्क ने ब्लू चेकमार्क के बिना कई मशहूर हस्तियों को छोड़कर ब्लू टिक पर कार्रवाई शुरू की. केवल वे व्यक्ति और संगठन जो प्रीमियम ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन के लिए भुगतान करते हैं, वे अपने प्रोफाइल पर सत्यापित क्रेडेंशियल रख सकते हैं. इस कड़ी में कई मशहूर हस्तियों के प्रोफाइल से ब्लू टिक हट गया है, जिसमें शाहरुख खान, अमिताभ बच्चन, आलिया भट्ट सहित कई बी-टाउन हस्तियां और सीएम योगी आदित्यनाथ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जैसे बड़े राजनेताओं और विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे क्रिकेटरों ने अपने ट्विटर अकाउंट से अपने ब्लू टिक खो दिए हैं.. जबकि कुछ ने इसे बनाए रखने के लिए भुगतान किया है.
इन देशों में पहले लॉन्च हुई पेड ब्लू टिक सर्विस
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ट्विटर ने सबसे पहले अमेरिका, कनाडा, यूके न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में पेड ब्लू टिक सर्विस को लॉन्च किया. इसके बाद इस लिस्ट में भारत का भी नाम शामिल हो गया है.
इन सेलेब्स के अकाउंट से गायब हुआ ब्लू टिक
शाहरुख खान का ट्विटर हैंडल सलमान खान का ट्विटर हैंडल अमिताभ बच्चन का ट्विटर हैंडल अक्षय कुमार का ट्विटर हैंडल अनुष्का शर्मा का ट्विटर हैंडल एआर रहमान का ट्विटर हैंडल आलिया भट्ट का ट्विटर हैंडल अक्षय कुमार का ट्विटर हैंडल इन राजनेताओं ने भी गंवाया ब्लू टिक
राहुल गांधी का ट्विटर हैंडल प्रियंका गांधी का ट्विटर हैंडल ममता बनर्जी का ट्विटर हैंडल अरविंद केजरीवाल का ट्विटर हैंडल क्रिकेटर्स के अकाउंट्स से हटा ब्लू टिक
एमएस धोनी का ट्विटर हैंडल विराट कोहली का ट्विटर हैंडल सचिन तेंदुलकर का ट्विटर हैंडल रोहित शर्मा का ट्विटर हैंडल यह भी पढ़ें :Twitter Blue Tick : आज से हट जाएगा वेरिफाइड अकाउंट से ब्लू टिक, टैग पाने को इतनी ढीली करनी होगी जेब
कितना लगेगा चार्ज?
इंडिविजुअल यूजर्स, जिनके पास ब्लू चेकमार्क वेरिफाइड है, वे ट्विटर ब्लू के लिए भुगतान कर रहे हैं, जिसकी लागत वेब के माध्यम से 8 अमेरिकी डॉलर/माह और आईओएस और एंड्रॉइड पर इन-ऐप भुगतान के माध्यम से 11 अमेरिकी डॉलर/माह है. भारत की बात करें तो भारत में ब्लू टिक का सब्सक्रिप्शन पैकेज 650 रुपये से शुरू है. वहीं, मोबाइल यूजर्स को इसके लिए 900/माह देना होगा.
इससे पहले मार्च में ट्विटर ने अपने ऑफिशियल हैंडल से पोस्ट किया था, जिसमें उसने अपने यूजर्स को जानकारी देते हुए बताया, '1 अप्रैल को हम अपने लेगेसी वेरिफाइड प्रोग्राम को समाप्त करना शुरू करेंगे और लेगेसी वेरिफाइड चेकमार्क को हटा देंगे. ट्विटर पर अपना ब्लू चेकमार्क रखने के लिए लोग ट्विटर ब्लू के लिए साइन अप कर सकते हैं.'
ट्विटर ने पहली बार 2009 में ब्लू चेक मार्क सिस्टम की शुरुआत की थी ताकि यूजर्स को यह पहचानने में मदद मिल सके कि मशहूर हस्तियां, राजनेता, कंपनियां और ब्रांड, न्यूज ऑर्गेनाइजेशन्स और 'सार्वजनिक हित के (of public interest) अन्य अकाउंट वास्तविक थे और फेक नहीं. कंपनी पहले वेरिफिकेशन के लिए शुल्क नहीं लेती थी. वहीं, मस्क ने पिछले साल कंपनी के टेकओवर के दो सप्ताह के अंदर प्रीमियम बेनिफिट में से एक के रूप में चेक-मार्क बैज के साथ ट्विटर ब्लू लॉन्च किया.
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