मुंबई: भारत के पहले फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ की जिंदगी पर बनी फिल्म 'सैम बहादुर' 1 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. जिसमें एक्टर विक्की कौशल ने लीड कैरेक्टर प्ले किया है. वहीं फातिमा सना शेख, सान्या मल्होत्रा, मोहम्माद जीशान अय्यूब, नीरज काबी जैसे कलाकारों ने फिल्म में इंपॉर्टेंट रोल प्ले किया है. इस फिल्म का निर्देशन मेघना गुलजार ने किया है. वर्ल्ड वॉर 2 से लेकर फील्ड मार्शल बनने तक सैम मानेकशॉ ने कई महत्वपूर्ण जंग लड़ी और उनमें जीत हासिल की. जंग में एक दृढ़-संकल्पित जवान के होने के साथ-साथ, मानेकशॉ एक जिद्दी, हाजिरजवाब और हंसमुख इंसान थे. इन्हीं सब खूबियों को विक्की कौशल ने अपनी बेहतरीन एक्टिंग से पर्दे पर उतारा है.
फिल्म की कहानी
सैम बहादुर की कहानी सैम मानेकशॉ के बचपन से शुरू होती है. जहां उनके माता पिता उनका नामकरण करते हैं. इसके बाद अगले सीन में वे 1932 में इंडियन मिलिट्री एकेडमी, देहरादून जॉइन करते हैं, और 'वर्ल्ड वॉर 2' में हिस्सा लेते हैं. जिसमें उनकी वीरता के लिए उन्हें मिलिट्री क्रॉस से सम्मानित किया जाता है. सैम बहादुर का सैन्य करियर आजादी के पहले शुरू होकर चार दशकों तक चलता है. जिसमें वे 1947 के भारत-पाकिस्तान युद्ध, 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. एक बटालियन का सोल्जर होने से लेकर भारत के पहले फील्ड मार्शल बनने तक के सफर के बीच में कई उतार-चढावों का सामना सैम बहादुर करते हैं. लेकिन आखिरकार अपने जज्बे, वीरता और दृढ़ संकल्प से सारी लड़ाईयां जीतने में सफल होते हैं.
विक्की कौशल हैं फिल्म की जान
अगर आप सैम मानेकशॉ के बारे में जानना चाहते हैं और आपको देशभक्ति वाली फिल्में अच्छी लगती हैं. तो आपको ये फिल्म जरूर देखनी चाहिए. क्योंकि विक्की कौशल ने उनके किरदार को बखूबी पर्दे पर पेश किया है. उनके चलने के ढंग से लेकर, बात करने के तरीके तक विक्की ने उनके किरदार को निभाकर अपने करियर की बेस्ट परफॉर्मेंस दी है. हम एक सोल्जर के रूप में विक्की कौशल को उरी में देख चुके हैं जिसमें सब उनकी एक्टिंग के दिवाने हो गए हैं. लेकिन इस किरदार के साथ विक्की ने पूरी फिल्म अपने कंधों पर संभाली है यह कहना गलत नहीं होगा. आप पर्दे पर सिर्फ सैम मानेकशॉ को देखेंगे, विक्की को नहीं.