हैदराबाद : बॉलीवुड की 'मर्दानी' रानी मुखर्जी 90 के दशक की सुपरहिट एक्ट्रेस में से एक हैं. रानी खूबसूरती में भी किसी एक्ट्रेस से कम नहीं रही हैं. रानी मुखर्जी एक्टिंग के मामले में 90 के दशक की एक्ट्रेस से आगे रही हैं. यही वजह है कि वह चार बार बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड अपनी एक्टिंग के दम पर ही जीती हैं. दरअसल, रानी मुखर्जी 21 मार्च को अपना 45वां जन्मदिन मनाने जा रही हैं. इस खास मौके पर रानी के काम के बारे में चर्चा करना तो बनता है. रानी के बारे में कुछ अनसुनी बातों को जानेंगे तो उनके बारे में पता चलेगा.
रानी ने अपने फिल्म डायरेक्टर पिता राम मुखर्जी के निर्देशन में बनी बंगाली फिल्म 'बियेर फूल' (1996) से अभिनय की शुरुआत की थी. इसी फिल्म के हिंदी वर्जन 'राजा की आएगी बारात' (1997) से बॉलीवुड में दस्तक दी थी.
रानी मुखर्जी का जन्म मायानगरी मुंबई में 21 मार्च 1978 को फिल्मी दुनिया से जुड़े परिवार में हुआ था. रानी के पिता राम मुखर्जी फिल्म डायरेक्टर, मां कृष्णा मुखर्जी एक प्लेबैक सिंगर रह चुकी थीं. रानी के भाई राजा भी प्रोड्यूसर और डायरेक्टर हैं.
इतना ही नहीं बॉलीवुड की हिट एक्ट्रेस में से एक काजोल और फिल्म 'ब्रह्मास्त्र' के डायरेक्टर अयान मुखर्जी उनके कजिन हैं. साल 1996 की बात है जब रानी ने मां के कहने पर फिल्मों में कदम रखा था.
फिल्म 'राजा की आएगी बारात' के बाद रानी को आमिर खान स्टारर और विक्रम भट्ट निर्देशित फिल्म 'गुलाम' (1998) में देखा गया था. फिल्म सुपरहिट रही.
इसके बाद रानी मुखर्जी की एंट्री हुई करण जौहर गैंग में. फिल्म 'कुछ-कुछ होता है' (1998) में जब करण जौहर की क्रश ट्विंकल खन्ना ने टीना मल्होत्रा का किरदार ठुकरा दिया तो यह हिट रोल रानी की झोली में चला गया. इस रोल में रानी ने धमाका किया और वह बॉलीवुड में जम गईं.
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