Nitin Desai Death : पर्दे के पीछे रहकर जीते थे 4 नेशनल अवार्ड, फिर क्यों किया नितिन देसाई ने सुसाइड, सामने आई ये वजह - नितिन देसाई सुसाइड कारण
Nitin Desai Death : लगान, हम दिल दे चुके सनम, देवदास, मुन्नाभाई एमबीबीएस और लगे रहो मुन्नाभाई जैसी फिल्मों के लिए मशहूर आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई ने अपने दो दशक से भी लंबे करियर में चार नेशनल अवार्ड जीते थे. जानिए क्या है नितिन देसाई की सुसाइड का कारण.
आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई
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Published : Aug 2, 2023, 1:00 PM IST
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Updated : Aug 2, 2023, 3:27 PM IST
मुंबई :हिंदी सिनेमा से आज 2 अगस्त को झकझोर देने वाली खबर यह आई है कि ब्लॉकबस्टर फिल्मों के सेट तैयार करने वाले और चार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीतने वाले पॉपुलर आर्ट डायरेक्टर नितिन चंद्रकांत देसाई ने कजरत (महाराष्ट्र) में अपने एनडी स्टूडियो में फंदे से लटकर आत्महत्या कर ली है. नितिन देसाई की सुसाइड से बॉलीवुड में मातम छा गया है और सेलेब्स उनके निधन को फिल्म इंडस्ट्री के लिए बड़ा क्षति बता रहे हैं. फिलहाल आर्ट डायरेक्टर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस इस मामले की पूरी जांच कर रही है. यहां हम बात करेंगे नितिन देसाई के उस शानदार काम की, जिनकी बदौलत उनकी फिल्मों ने 4 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार अपने नाम किए थे..
इन डायरेक्टर्स के साथ किया था काम
अपने दो दशक से भी ज्यादा करियर में नितिन देसाई ने बॉलीवुड के दिग्गज डायरेक्टर के साथ काम किया था. इसमें विधु विनोद चोपड़ा, राजकुमार हिरानी, संजय लीला भंसाली और आशुतोष गोवारिकर तक नाम शामिल है.
इन फिल्मों बतौर एक्टर काम किया
बता दें, नितिन देसाई ने आर्ट डायरेक्टर के साथ-साथ अभिनय में भी हाथ आजमाया था. नितिन देसाई को हेलो जय हिंद, हम सब एक हैं और दाउद-फन ऑन इन रन जैसी फिल्मों में बतौर एक्टर देखा गया था. इतना ही नहीं फिल्म हेलो जय हिंद को नितिन देसाई ने ही डायरेक्ट किया था.
इन फिल्मों ने जीता नेशनल अवार्ड
वहीं, नितिन देसाई का काम पूरी फिल्म इडंस्ट्री में फेमस था. ऐसे में अपनी आर्ट डायरेक्शन की कला से उनकी फिल्मों को एक नहीं बल्कि चार बार नेशनल फिल्म अवार्ड से नवाजा गया. इसमें सबसे पहले 'डॉ बाबासाहेब अंबेडकर' (1999) ने राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था और फिर दूसरा 'हम दिल दे चुके सनम' और तीसरा 'लगान' और चौथा 'देवदास' के लिए नेशनल अवार्ड मिला था.
नितिन देसाई की आर्ट डायरेक्शन में बनी फिल्में
नितिन देसाई ने बॉलीवुड में फिल्म परिंदा (1989), 1942 ए लव स्टोरी (1993), आ गले लग जा (1994), द्रोह काल (1994), ओह डार्लिंग, ये है इंडिया (1995), अकेले हम अकेले तुम (1995), द डॉन (1995), विजेता (1995), खामोशी- द म्यूजिकल (1995), खामोशी- म्यूजिकल (1995), दिलजले (1996), बादशाह (1999), 'हम दिल दे चुके सनम (1999), मेला (2000) और देवदास (2002) शामिल हैं. इनके अलावा देसाई ने दोस्ताना, गॉड तुस्सी ग्रेट हो, धन धना धन गोल, गांधी माय फादर, लगे रहो मुन्नाभाई, मुन्नाभाई एमबीबीएस और द लीजेंड ऑफ भगत सिंह के लिए भी काम किया था.
नितिन देसाई की सुसाइड की वजह
नितिन देसाई के निधन पर विधायक (कजरत) महेश बाल्दी ने बताया है कि नितिन आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे और उनकी काबिलियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने चार बार नेशनल फिल्म अवार्ड अपने नाम किया था. अपने काम के साथ उन्होंने ND स्टूडियो का निर्माण किया था, जहां लगान और देवदास जैसी फिल्मों के सेट लगा गए थे.