नई दिल्ली: ब्लॉकबस्टर फिल्म 'कांतारा' से पूरी दुनिया में तहलका मचाने वाले अभिनेता ऋषभ शेट्टी इन दिनों एक बार से सुर्खियों में हैं. बहुत कम लोग जानते हैं कि ऋषभ शेट्टी ने कांतारा के शूटिंग के दौरान एक ऐसा वाकया हुआ था जिसके कारण उन्होंने मांसाहार का त्याग कर दिया था. उसी कांतारा के लिए भारत सरकार की ओर से मिलने वाले मोस्ट प्रॉमिसिंग एक्टर के रूप में दादा साहेब फाल्के पुरस्कार 2023 के लिए चुना गया है. आइए जानते हैं कि आखिर ऋषभ शेट्टी कौन हैं.. क्या इनका बैकग्राउंड है और कैसे वो दादा साहेब फाल्के पुरस्कार 2023 के काबिल बन गए.
ऐसा है घर-परिवार
ऋषभ शेट्टी का जन्म 7 जुलाई 1983 को कर्नाटक के उडुपी जिले के तटीय इलाका स्थित कुंडापुरा में हुआ है. इनके पिता का नाम वाई भास्कर शेट्टी और मां नीतू सिंह हैं. 2017 में ऋषभ शेट्टी की शादी प्रगति शेट्टी हुई थी. ऋषभ शेट्टी की पत्नी प्रगति शेट्टी पेशे से फैशन डिजाइनर हैं. ऋषभ और प्रगति के दो बच्चे हैं. शादी के दो साल बाद उन्हें पहल बेटा हुआ, जिसका नाम रनवित है. वहीं 2022 में उनके घर एक प्यारी से बेटी जन्म हुआ है.
इन्होंने विजया कॉलेज जयनगर बेंगलुरु से अपनी पढ़ाई की है. इसके बाद इन्होंने बेंगलुरु स्थित गवर्नमेंट फिल्म एंड टीवी इंस्टीट्यूट से डिप्लोमा की डिग्री हासिल की है. फिल्मों में आने से पहले वे अरविंद कौशिक के साथ टीवी शो में काम कर चुके हैं. इसके अलावा वे टीवी सीरियल में पुलिस अधिकारी का छोटा से रोल किया था. इससे पहले वे कर्नाटक के यक्षगान लोक नृत्य (लोक कला) में भी काम कर चुके हैं.
मांसाहारी से शाकाहारी बनने की कहानी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ऋषभ शेट्टी पहले मांसाहारी थे. उन्हें उससे बने डिश बहुत पसंद थी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बाद में शाकाहारी हो गये. खबर के अनुसार ऋषभ ने बताया कि कांतारा के शूटिंग से 20-30 पहले ही नॉन वेज खाना छोड़ दिया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि देल कोला अलंकार (दक्षिण भारत में पूजा-पाठ के लिए उपयोग किया जाने वाले विशेष प्रकार का पोशाक) पहनने के बाद से पूजा-पाठ करने तक उन्होंने सिर्फ नारियल पानी पीकर समय गुजारा था. मुंबई में सिद्धी विनायक मंदिर में दर्शन के बाद उन्होंने सामान्य भोजन ग्रहण किया था.
तेलुगू फिल्म उद्योग में डेब्यू
स्टार्ससनफोलडेड डॉटकाम की रिपोर्ट के अनुसार इन्होंने 2012 में तुगलक नामक कन्नड़ फिल्म से इंडस्ट्री में डेब्यू क्या था. वहीं 2022 में फिल्म मिशन इम्पॉसिबल से उन्होंने तेलुगू फिल्म उद्योग में डेब्यू किया था. 2016 वहीं डॉयरेक्टर और लेखक के रूप में उनकी डेब्यू फिल्म फिल्म रिस्की (Risky ) है. वहीं निर्माता के रूप में उन्होंने 2018 में उन्होंने अपने करियर की शुरूआत करते हुए 2 फिल्मों का निर्माण किया था.
इसलिए मिला दादा साहेब फाल्के पुरस्कार 2023
'कांतारा' फेम कन्नड़ अभिनेता को मुंबई में आगामी 20 फरवरी को दादा साहब फाल्के फिल्म इंटरनेशन फिल्म फेस्टिवल 2023 में ऋषभ शेट्टी को होनहार अभिनेता का पुरस्कार दिया जायेगा. यह पुरस्कार उन्हें फिल्म उद्योग में अभिनेता, लेखक और निर्देशक के रूप में अपने योगदान के लिए दिया जायेगा. फिल्मी उद्योग में उनके योगदान के कारण भारतीय फिल्मों को वैश्विक स्तर पर नई पहचान मिली.
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