मुंबई:आज हम जिस स्वतंत्रता का आनंद ले रहे हैं, उसके लिए कई महानुभावों ने अपने प्राणों की आहुति दी है. उन सबकी एक अलग कहानी है. ऐसे ही एक नायक थे खुदीराम बोस. खुदीराम बोस ने कम उम्र में ही देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी और अमर हो गए. भारतीय सिनेमा में इस समय बायोपिक्स का चलन है. 'खुदीराम बोस' फिल्म को अखिल भारतीय फिल्म के रूप में बनाया गया. जगरलामुदी पार्वती के बैनर तले गोल्डन रेन प्रोडक्शंस में फिल्म बनी है.
बता दें कि फिल्म का निर्माण राजिता विजय द्वारा और डीवीएस राजू द्वारा निर्देशित है. राकेश जैगर ने फिल्म में लीड भूमिका निभाई है. फिल्म हिंदी के साथ ही तेलुगू, तमिल, मलयालम, कन्नड़ और बंगाली भाषाओं में बनी है. फिल्म को हाल ही में गोवा में आयोजित इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया में दिखाया गया और इसे काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला. फिल्म 'खुदीराम बोस' की 22 दिसंबर गुरुवार को शाम 6 बजे संसद सदस्यों के लिए स्पेशल स्क्रीनिंग होगी.