नई दिल्लीःपंगा गर्ल बॉलीवुड अभिनेता कंगना रनौत ने अपने ट्विटर हैंडल से एक मीडिया संस्थान के हवाले से निर्देशक एसएस राजामौली के बयान पर आलोचना करने वालों पर काफी नाराज दिख रही हैं. राजामौली की ओर से कहा गया है कि 'धर्म अनिवार्य प्रकार के शोषण का यंत्र है.' राजामौली ने हाल में द न्यू यॉर्कर के साथ बातचीत में धर्म के बारे में संक्षेप में ये बात की थी. उन्होंने इस दौरान कहा था कि अलग-अलग धर्म ग्रंथो को पढ़ने के बाद वे इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं. राजामौली के आलोचकों को जवाब देते हुए कंगना ने कहा कि 'मैं एसएस राजामौली सर के खिलाफ कुछ भी बर्दाश्त नहीं करूंगी, जो बारिश में लौ की तरह हैं.'
हर जगह भगवा झंडा लेकर चलना ठीक नहीं है
अपने ट्विटर हैंडल पर कंगना रनौत ने पोस्ट का जवाब देते हुए लिखा है था 'द फाउंटनेहेज से प्रेरित एसएस राजमौली सर कहते हैं-धर्म अनिवार्य रूप से शोषण का यंत्र है.' कंगना ने लिखा ' इस पर पर ओवररिएक्ट करने की जरुरत नहीं है, हर जगह भगवा झंडा लेकर चलना ठीक नहीं है. हमारे काम शब्दों से ज्यादा जोर बोलती हैं. एक गर्वित हिंदू होने के नाते सभी प्रकार के हमलों, आलोचनाओं, नकरात्मक आह्वान, ट्रोलिंग के बाद भी हम सभी के लिए फिल्में बनाते हैं. हम कलाकार समाज में विशेष रूप से कमजोर होते हैं. कंगना ने एसएस राजामौली को 'राष्ट्रवादी' और 'योगी' कहते हुए कहा कि 'चंकि हमें सो काल्ड दक्षिणपंथी से भी कोई समर्थन नहीं मिलता है. हम बिलकुल अपने दम पर हैं, मैं एसएस राजमौली सर के साथ हूं. मैं उनके खिलाफ कुछ भी बर्दाश्त नहीं करुंगी.