नई दिल्ली: जामिया मिलिया इस्लामिया स्थित एजेके मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर (एजेके एमसीआरसी) के पूर्व छात्र रिंटू थॉमस और सुष्मित घोष की 'राइटिंग विद फायर' नामक एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म ने प्रतिष्ठित पीबॉडी अवार्ड जीता है. 80 साल के इतिहास में यह पुरस्कार जीतने वाले वे पहले भारतीय हैं. 'राइटिंग विद फायर' ऑस्कर के लिए नॉमिनेट होने वाली भारत की पहली फीचर डॉक्यूमेंट्री भी बन गई है. जामिया के मुताबिक, यह एक विशिष्ट पुरस्कार है जो 'हमारे समय की सबसे इंटेलिजेंट, पावरफुल और मूविंग स्टोरीज के लिए दिया जाता है'.
2012 में उनकी लघु वृत्तचित्र, 'टिम्बकटू' ने सर्वश्रेष्ठ पर्यावरण फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता.उनके काम को जैसे सनडेस, आईडीएफए, डीओसी न्यूयॉर्क, थेसालोनिकी, यामागाटा दुनियाभर के फेस्टिवल्स में दिखाया गया है, और संयुक्त राष्ट्र एवं द लिंकन सेंटर फॉर परफॉमिर्ंग आर्ट्स जैसे वैश्विक मंचों के साथ साझेदारी में भी प्रदर्शित किया गया है. वे दोनों एकेडमी ऑफ मोशन पिक्च र आर्ट्स एंड साइंसेज के सदस्य हैं.