मुंबई:दोस्ती...एक ऐसा शब्द है जो कि वक्त के साथ ना तो कभी बूढ़ा हुआ और ना ही कभी धूमिल हुआ. जिंदगी में दोस्तों का साथ हो तो कठिन से कठिन राह भी आसान बन जाते हैं. फिल्मों की रंगीन दूनिया में झांके तो हम देखेंगे कि दोस्ती असल जिंदगी में जितनी हसीन है ठीक उसी तरह से उसे पर्दे पर भी उतारा गया है. फिल्म चाहे किसी भी मुद्दे पर बनी हो मगर कहीं न कहीं उसमें दोस्ती का पुट दिख जाता है. आइए आज फ्रेंडशिप डे के मौके पर देखते हैं दोस्ती पर बेस्ड कुछ बेस्ट फिल्में.
शोले (1975)
बात दोस्ती की हो तो हिंदी फिल्म जगत में दोस्ती को चमकाने वाले जय (अमिताभ बच्चन) और वीरू (धर्मेन्द्र) की शोले को पहले नंबर पर रखा जाता है. भारतीय सिनेमा की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक फिल्म का गाना ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे...आज भी दोस्तों की जुबा पर रहता है. सलीम-जावेद द्वारा लिखी इस फिल्म का निर्माण गोपाल दास सिप्पी ने और निर्देशन रमेश सिप्पी ने किया था. इसकी कहानी जय (अमिताभ बच्चन) और वीरू (धर्मेन्द्र) नामक दो अपराधियों पर केन्द्रित है, जिन्हें डाकू गब्बर सिंह (अमजद ख़ान) से बदला लेने के लिए पूर्व पुलिस अधिकारी ठाकुर बलदेव सिंह (संजीव कुमार) अपने गांव लाता है. फिल्म में जया भादुरी और हेमा मालिनी ने भी अहम रोल निभाया था.
दिल चाहता है(2001)
2001 में रिलीज हुई फ़रहान अख्तर द्वारा निर्देशित फिल्म दिल चाहता है में आमिर खान, सैफ अली खान, अक्षय खन्ना, प्रीति जिंटा, सोनाली कुलकर्णी और डिंपल कपाड़िया मुख्य रोल में थे. फिल्म फरहान अख्तर द्वारा लिखित और निर्देशित पहली फिल्म है. फिल्म की स्टोरी खूबसूरत तरीके से ये बयां करती है कि दोस्तों में कितना बड़ा झगड़ा क्यों न हो जाए, या मन मुटाव क्यों ना हो जाए एक वक्त में वह साथ हो ही जाते हैं. फिल्म ने हिन्दी में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए 2001 में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी जीता था.