नई दिल्ली: प्रसिद्ध गायिका वाणी जयराम शनिवार को चेन्नई में स्थित अपने घर में मृत पाई गईं. उनकी मौत का कारण अभी तक ज्ञात नहीं हुआ है. वाणी जयराम को राष्ट्रपति द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था. दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग की अमर आवाजों में से एक वाणी जयराम की निधन से देश भर में शोक की लहर दौड़ गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिग्गज गायिका वाणी जयराम को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उन्हें उनकी मधुर आवाज और समृद्ध कार्यों के लिए हमेशा याद रखा जाएगा.
पीएम मोदी ने जताया शोक
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि वाणी जयराम का निधन रचनात्मक दुनिया के लिए एक बड़ी क्षति है, उन्होंने विविध भाषा एवं विभिन्न भावनाओं को व्यक्त करने वाले गीतों को अपनी आवाज दी. प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं हैं.
केरल के राज्यपाल, सीएम और मंत्रियों ने दी श्रद्धांजलि
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, राज्य के मंत्रियों, राजनीतिक नेताओं और प्रख्यात गायिका के. एस. चित्रा समेत अन्य ने उनकी निधन पर शोक व्यक्त किया है.
आरिफ मोहम्मद खान ने ट्वीट कर कहा कि 'प्रसिद्ध पार्श्व गायिका और पद्म भूषण से सम्मानित वाणी जयराम के निधन पर हार्दिक संवेदना, जिनके गीतों ने मलयालम और अन्य भाषाओं में दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें.
विजयन ने गायिका के निधन पर दुख व्यक्त करने हुए कहा कि वाणी जयराम एक असाधारण प्रतिभाशाली गायिका थीं, जिन्होंने अपनी शानदार आवाज से संगीत प्रेमियों के मन में एक अविश्वसनीय स्थान हासिल किया।
मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि अपने स्पष्ट मलयालम लहजे के साथ उन्होंने किसी को यह सोचने का मौका भी नहीं दिया कि वह केरल की नहीं थीं. उन्होंने कहा, उनका निधन भारतीय संगीत जगत के लिए एक बड़ी क्षति है. वहीं चित्रा ने कहा कि उनके लिये जयराम के निधन की खबर सदमे की तरह और अविश्वसनीय है. लोकप्रिय हिंदी गीत ‘बोले रे पपीहरा’ सहित 19 भाषाओं में 10,000 से अधिक गाने गा चुकीं मशहूर गायिका वाणी जयराम का शनिवार को चेन्नई में निधन हो गया. वह अपार्टमेंट में अकेली रहती थीं. जयराम के पति की पहले ही मृत्यु हो गई थी और उनकी कोई संतान नहीं है.
वाणी जयराम ने तीन राष्ट्रीय पुरस्कार जीते और तमिल, मलयालम, तेलुगू, कन्नड़, हिंदी, गुजराती, ओडिया, मराठी, हरियाणवी, असमिया, तुलु और बंगाली सहित 19 भाषाओं में 10,000 से अधिक गाने गाए. उन्होंने ओडिशा, तमिलनाडु, गुजरात और आंध्र प्रदेश से राज्य सरकार के पुरस्कार जीते थे. वाणी भारतीय स्टेट बैंक में कार्यरत थीं और उन्होंने पटियाला घराने के उस्ताद अब्दुल रहमान खान के अधीन हिंदुस्तानी संगीत का प्रशिक्षण शुरू करने के बाद नौकरी छोड़ दी थी.
जयराम को हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत का बहुत ज्ञान था और वे हिंदी, गुजराती और हरियाणवी गाने गाने में सहज थीं. उनका पहला संगीत एलबम वसंत देसाई द्वारा रचित कुमार गंधर्व के साथ एक डूएट गीत था. एक बेहद कुशल संगीतकार, वाणी जयराम पुराने संगीत निर्देशकों के साथ-साथ नई पीढ़ी के साथ सहज थीं. वह इलयाराजा और एआर रहमान दोनों की फेवरेट थीं.
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