मुंबई:बिग बॉस ओटीटी 2 विनर बनने के बाद चर्चा में आए एल्विश यादव एक बार फिर सुर्खियां बटोर रहे हैं. लेकिन इस बार वे किसी अचीवमेंट की वजह से फेमस नहीं हुए बल्कि उनके खिलाफ रेव पार्टी करने और उनमें सांपों के जहर का इस्तेमाल करने के आरोप लगाए गए हैं. एल्विश यादव की एफआईआर के साथ ही रेव पार्टी भी चर्चा का विषय बनी हुई है. आइए आज हम जानेंगे कि क्या रेव पार्टी हमेशा से ऐसे ही होती थी या समय के साथ इनका कल्चर बदल गया है.
क्या होती है रेव पार्टी ?
रेव पार्टी में इलेक्ट्रॉनिक म्यूजिक के साथ डांस होता है. रेव पार्टी का कल्चर 80-90 के दशक के अंत में उभर कर सामने आया. इसमें बेसिकली फास्ट म्यूजिक बजता है और ये पार्टीज अक्सर अंडरग्राउंड और बड़ें पैमाने पर होती है. इन्हें आमतौर पर रेव्स कहा जाता है, रेव्स में हजारों लोग डांस करने और इलेक्ट्रिक म्यूजिक को एंजॉय करने के लिए इकट्ठा होते हैं. इलेक्ट्रॉनिक म्यूजिक में टेक्नो, हाउस, ब्रेकबीट और ट्रान्स शामिल हैं.
ऐसे हुई रेव कल्चर की शुरुआत
रेव पार्टीज की शुरुआत रेव म्यूजिक के साथ हुई, दरअसल 1980 में यूनाइटेड किंगडम में ईडीएम (इलेक्ट्रॉनिक डांस म्यूजिक) के रूप में हुई. रेव शब्द बेसिकली अंडरग्राउंड क्लब में रात भर होने वाली पार्टी को प्रेसेंट करता है. ये पार्टियां अपनी हाई एनर्जी, फास्ड म्यूजिक और एंजॉयमेंट के लिए ड्रग्स यूज करने के लिए फेमस थी. मयूजिक के साथ ही रेव कल्चर कलरफुल अपीयरेंस और ग्रुप डांस के लिए फेमस हुआ.