मुंबई:जिंदगी में एक गॉडफादर हो तो जिंदगी आसान बन जाती है. गिरना और चढ़ना तो एक प्रक्रिया है. फिल्म जगत के लिए गॉडफादर तो मस्ट हैं मगर कई ऐसे सुपरस्टार हैं, जिन्होंने अपनी किस्मत खुद ही लिखी है. पंकज त्रिपाठी, राजकुमार राव, कार्तिक आर्यन समेत कई चमकते सितारे हैं, जिन्होंने फर्श से अर्श तक का सफर खुद की दम पर पूरा किया है. खास बात है कि ये एक्टर्स नॉन फिल्मी बैकग्राउंड से हैं और खुद के गॉडफादर हैं.
अनुपम खेर: शिमला के निवासी अनुपम खेर के पिता पुष्कर नाथ एक कश्मीरी पंडित थे, वे पेशे से क्लर्क थे. अनुपम शिमला में प्रारंभिक शिक्षा लेने के बाद राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) से स्नातक पूरा किए. एक्टर ने अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत 1982 में 'आगमन' नाम की फिल्म से की थी. 1984 में आई 'सारांश' उनकी पहली हिट फिल्म मानी जाती है. एक्टर ने फिल्म जगत को एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दी हैं. एक्टर को 2004 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री के साथ ही कई अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है. अनुपम खेर ने 1985 में एक्ट्रेस किरण खेर से शादी कर लिया था. हाल ही में एक्टर की फिल्म ऊंचाई रिलीज हुई है, जो कि बॉक्स ऑफिस पर कमाल कर रही है.
मनोज वाजपेई: बिहार के पश्चिमी चंपारण के छोटे से गांव बेलवा बहुअरी से निकले मनोज वाजपेई की एक्टिंग का बच्चा-बच्चा दिवाना है. प्रारम्भिक शिक्षा केआर हाई स्कूल, बेतिया से लेने के बाद मनोज दिल्ली चले गये और रामजस कॉलेज से अपनी आगे की पढ़ाई की. हालांकि, उन्हे राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में तीन कोशिशों के बावजूद प्रवेश नही मिल सका. इसके बाद उन्होने बैरी जॉन के साथ रंगमंच पर काम किया. मनोज ने कैरियर की शुरूआत दूरदर्शन पर प्रसारित शो स्वाभिमान के साथ शुरु किया. बैंडिट क्वीन की कास्टिंग के दौरान तिग्मांशु धूलिया ने मनोज को पहली बार शेखर कपूर से मिलवाया था. इस फ़िल्म मे मनोज ने डाकू मान सिंह का चरित्र निभाया था. 1998 में राम गोपाल वर्मा की फिल्म सत्या के बाद मनोज ने कभी वापस मुड़ कर नहीं देखा. इस फिल्म में उनके द्वारा निभाये गये भीखू म्हात्रे के किरदार के लिये उन्हें कई पुरस्कार मिले.
पंकज त्रिपाठी:पंकज त्रिपाठी आज सिनेमा जगत का एक ऐसा नाम है, जिसे सुनते ही लोग फिल्म में मजबूत कहानी को लेकर श्योर हो जाते हैं. बिहार के गोपालगंज से निकले पंकज ने कई फ़िल्मों में काम किया है. रन फिल्म से कैरियर की शुरुआत करने वाले पंकज छाए रहते हैं. 2018 की वेब सीरीज मिर्जापुर और मिर्जापुर सीजन 2 के बाद से तो पंकज त्रिपाठी उस मुकाम पर पहुंच गए हैं, जहां से केवल सफलता नजर आती है.