हैदराबाद :साउथ फिल्मों के सुपरस्टार विशाल उस वक्त तेजी से चर्चा में आ गए, जब एक्टर ने खुलासा किया कि उन्हें अपनी हालिया रिलीज फिल्म 'मार्क एंटनी' को सेंसर बोर्ड से पास कराने के लिए घूस देनी पड़ी. एक्टर के इस बात का खुलासा करने के बाद से सीबीएफसी (Central Board of Film Certification) और फिल्म इंडस्ट्री में हंगामा मच गया है. एक्टर ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी कड़ा एक्शन लेने की अपील भी की थी. अब इस मामले में सेंसर बोर्ड के पूर्व सदस्य अशोक पंडित का रिएक्शन आया है.
सीबीआई जांच की मांग
एक इंटरव्यू में जब अशोक पंडित से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा, 'IFTDA की ओर से हम सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष और मशहूर राइटर प्रसून जोशी को एक पत्र लिख रहे हैं, इस मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं, जिन लोगों ने एक्टर से घूस ली है वो सेंसर बोर्ड के लोग नहीं हैं, इसलिए पैसा जिसे भी दिया गया, उसकी जांच होनी चाहिए'.
क्या है विशाल का आरोप ?
विशाल ने बीती 28 सितंबर को अपने एक्स हैंडल आकर एक वीडियो साझा किया था. इस वीडियो में उन्होंने बताया, सिल्वर स्क्रीन पर करप्शन को दिखाना तो ठीक है, लेकिन असल जिंदगी में यह हजम नहीं होता है, खासतौर पर सरकारी ऑफिस में, इससे भी बुरी बात यह है कि करप्शन सेंसर बोर्ड (CBFC) में हो रहा है, मुझे अपनी फिल्म मार्क एंटनी के के हिंदी वर्जन के लिए 6.5 लाख रुपये देने पड़े, स्क्रीनिंग के लिए 3 लाख और सर्टिफिकेट के लिए 3.5 लाख दिए, यह पहली बार है, जब मुझे सेंसर बोर्ड में करप्शन का सामना करना पड़ा है, फिल्म रिलीज के कगार पर थी और हमारे पास और कोई चारा नहीं था, क्योंकि फिल्म पर बहुत पैसा लगा हुआ है.
पीएम मोदी और महाराष्ट्री के सीएम से की थी अपील
वहीं, अपने पोस्ट में एक्टर ने पीएम मोदी और महाराष्ट्री के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से इस मामले में संज्ञान लेने की अपील भी की थी. एक्टर ने कहा था, मैं इस मामले को महाराष्ट्र के माननीय मुख्यमंत्री और माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी के ध्यान में ला रहा हूं, ऐसा करना ना सिर्फ मेरे लिए बल्कि भविष्य में प्रोड्यूर्स के लिए भी कंफर्ट होगा, मेरी मेहनत की कमाई भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गई है, सारे सबूत पेश हैं, उम्मीद करता हूं कि हमेशा की तरह जीत सच की हो'. बता दें, एक्टर ने सबूत के तौर पर इस मामले से जुड़े बैंक के सभी ट्रांजेक्शन की डिटेल्स साझा की हैं.