मुंबई :'रामायण' को आदिपुरुष के रूप में पेश कर फिल्म निर्देशक ओम राउत फंस चुके हैं. पहले नेपाल ने इस विवादित फिल्म पर प्रतिबंध लगाया और अब इस फिल्म को देश में बैन करने की मांग उठ रही है. इस बाबत ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने पीएम मोदी को एक पत्र लिख फिल्म पर बैन लगाने की मांग की है. साथ एसोसिएशन ने फिल्म के निर्देशक ओम राउत और डायलॉग राइटर मनोज मुंतशिर शुक्ला के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात कही है.
फिल्म आदिपुरुष में डायलॉग और वीएफएक्स का घटिया प्रदर्शन दर्शकों को अंदर से तोड़ रहा है. साथ ही उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रहा है. इन सब विवादों के चलते सोशल मीडिया पर भी इस फिल्म पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की मांग की जा रही है.
वहीं, AICWA ने कहा पीएम मोदी से अपील करते हुए कहा कि इस फिल्म को आने वाले समय में टीवी और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर प्रसारित ना किया जाए, इससे बच्चों में रामायण का गलत असर जाएगा.
पत्र में क्या लिखा है?
AICWA के पीएम मोदी के भेजे पत्र में लिखा है, 'यह फिल्म भगवान राम और हनुमान के इमेज को खराब करती है, आदिपुरुष हिंदू सनातन धर्म और हिंदूओं की धार्मिका भावनाओं के ठेस पहुंचाती है, भारत में राम हर व्यक्ति के भगवान हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कौन किस धर्म से आता है, इस फिल्म ने राम और यहां तक कि रावण (जो कि एक वीडियो गेम कैरेक्टर की तरह दिखता है) के चरित्र के साथ भी खिलवाड़ किया है, जिससे देश और विदेश के हिंदुओं को आघात पहुंचा है, भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक्टर प्रभास, कृति सेनन और सैफ अली खान को इसे असम्मानजनक फिल्म का हिस्सा नहीं होना चाहिए था, आदिपुरुष ने हमारी रामायण और राम की इमेज का सर्वनाश कर दिया'.
इधर, उत्तर प्रदेश की धार्मिका नगरी वाराणसी में फिल्म को लेकर रोष चरम पर है. यहां लोगों इस फिल्म के खिलाफ जुलूस निकाल रहे हैं और 19 जून को हिंदू महासभा ने आदिपुरुष के मेकर्स के खिलाफ लखनऊ पुलिस स्टेशन में एफाआईआर दर्ज कराई है. वहीं, समाजवादी पार्टी ने भी फिल्म को राम की आस्था पर हमला बताया है.
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