नई दिल्लीःकार के शीशे पर ठक-ठक की दस्तक देकर, रखा सामान चुराने वाले एक गैंग के दो बदमाशों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान मोहम्मद अयाज उर्फ अज्जू और मोहम्मद इमरान के रूप में की गई है. पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी से 10 वारदातों को सुलझाने का दावा किया है. आरोपी दिल्ली के विभिन्न इलाकों में अब तक 100 से ज्यादा वारदातों को अंजाम दे चुके हैं.
ठक ठक गैंग के सदस्य गिरफ्तार शिकायकर्ता का मोबाइल किया था चोरी
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त शिबेश सिंह के अनुसार, बीते 5 मार्च को रंजीत नगर इलाके में चोरी का एक मामला दर्ज हुआ था. शिकायतकर्ता रश्मि रंजन ने पुलिस को बताया कि वह मोती नगर इलाके में रहती हैं. वह एक कंपनी में एकाउंटेंट हैं. बीते 5 मार्च को वह परिवार के साथ लक्ष्मी नगर से कार में बैठकर घर लौट रही थी. वह जब मेट्रो पिलर संख्या-198 के पास पहुंची, तो 2 लोगों ने कार के शीशे पर दस्तक दी. उन्होंने जैसे ही खिड़की खोली, एक युवक ने मोबाइल चोरी कर लिया. उन्होंने पीछा कर एक बदमाश को पकड़ लिया. इसकी पहचान जब्बार के रूप में की गई. उसके पास से चोरी किया गया मोबाइल भी बरामद हो गया था. पूछताछ के दौरान उसने बताया था कि उसके साथ अयाज और मोहम्मद इमरान भी मौजूद थे. वह घटना के बाद मौके से फरार हो गए थे.
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दरियागंज से पकड़े गए दोनों फरार आरोपी
जानकारी पर क्राइम ब्रांच की टीम फरार चल रहे दोनों बदमाशों के बारे में जानकारी जुटा रही थी. क्राइम ब्रांच के डीसीपी भीष्म सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर विकास राणा की टीम ने गोलचा सिनेमा के पास से दोनों को पकड़ लिया. पूछताछ में उन्होंने बीते दिनों इस तरीके से 10 वारदातों को अंजाम देने की बात कबूल की. फिलहाल, इनकी गिरफ्तारी से जामा मस्जिद, कोटला मुबारकपुर, डिफेंस कॉलोनी और पहाड़गंज इलाके में हुई 10 वारदातों को पुलिस ने सुलझा लिया है. इनके पास से 10 मोबाइल और एक ऑटो भी पुलिस ने बरामद किया है.
दिल्ली की सड़कों पर करते थे वारदात
गिरफ्तार किया गया मोहम्मद अयाज मेरठ का रहने वाला है. वह पांचवीं कक्षा तक पढ़ा है. वह मेरठ की साप्ताहिक बाजार में पहले कपड़े बेचता था. जल्द रुपये कमाने के लिए वह दिल्ली में आपराधिक वारदातों को अंजाम देने लगा. दूसरा आरोपी मोहम्मद इमरान ब्रह्मपुरी का रहने वाला है. वह छठी कक्षा तक पढ़ा है. वह पहले मजदूरी करता था. इसके बाद वह ऑटो चलाने लगा. ऑटो चलाने के दौरान उसे दिल्ली की सड़कों के बारे में अच्छी जानकारी हो चुकी थी. इसके बाद अन्य सदस्यों के साथ मिलकर इस तरह से वह वारदात करने लगा. फिलहाल, पुलिस के समक्ष उसने 50 वारदातों में शामिल होने की बात कबूल की है.