नई दिल्ली/ग्रे.नोएडा: चीन को सरहद पर चित करने के बाद अब आर्थिक चोट देने के लिए भारत तैयार है. आत्मनिर्भर भारत की ओर उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है. दरअसल ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 33 में 100 एकड़ में टॉय सिटी बसाई जाएगी. जिससे हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा.
चीन को 'आर्थिक चोट', 100 एकड़ में यमुना प्राधिकरण बसाएगा टॉय सिटी
यमुना प्राधिकरण की ओर से अब ग्रेटर नोएडा में टॉय सिटी बसाई जाएगी. यूपी सरकार के इस कदम से हजारों लोगों को रोजगार तो मिलेगा ही साथ ही चीन को आर्थिक तौर पर नुकसान भी उठाना पड़ेगा.
यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि टॉय मैन्युफैक्चरर्स आ रहे हैं. जैसा कि हम जानते हैं इंपोर्ट ड्यूटी काफी बढ़ा दी गई है. ऐसे में टॉय एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने देसी सामान को बाजार में लाने और विदेशी सामान पर निर्भरता खत्म करने का निर्णय लिया है. तकरीबन 70 आवेदन आए जिसके लिए 1 लाख 20 हज़ार स्क्वायर मीटर जमीन मांगी गई है. 2 दिन में लखनऊ से स्वीकृति मिल जाएगी उसके बाद पैन योजना निकली जाएगी ताकि देशभर से टॉय मैन्युफैक्चरर्स इन्वेस्ट कर सकें.
'यूपी का पहला टॉय क्लस्टर'
यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि शुरुआती तौर पर 50 हज़ार लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा. इसके 4 गुना यानी 2 लाख लोगों को परोक्ष तौर पर रोजगार मिलने की भी संभावना है. बता दें कि उत्तर प्रदेश का पहला टॉय क्लस्टर होगा जो 100 एकड़ में बसाया जाएगा.