नई दिल्ली/नोएडा:ग्रेटर नोएडा की यमुना अथॉरिटी ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ एमओयू साइन किया है. जिसके तहत यमुना प्राधिकरण स्किल डेवलपमेंट सेंटर बनाएगा. जहां लाखों प्रवासी मजदूरों को किया स्किल्ड डेवलमेंट की ट्रेनिंग दी जाएगी. गौर करने वाली बात ये है कि प्राधिकरण ने हाल ही में MSME पार्क, अपेरेल पार्क सहित कई बड़े आवंटियों को जमीन मुहैया कराई है. ऐसे में स्किल डेवलपमेंट सेंटर की मदद से लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा.
ग्रेटर नोएडा: आत्मनिर्भर 'मज़दूर' बनाने की पहल, स्किल डेवलपमेंट सेंटर बनने का रास्ता साफ
यमुना प्राधिकरण के CEO डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना के स्किल मैपिंग का काम तेजी से किया जा रहा है. कोविड काल के दौरान जो भी मजदूर, प्रवासी लौटे हैं, उनकी मैपिंग की जा रही है.
यमुना प्राधिकरण के CEO डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना के स्किल मैपिंग का काम तेजी से किया जा रहा है. कोविड काल के दौरान जो भी मजदूर, प्रवासी लौटे हैं, उनकी मैपिंग की जा रही है. मजदूरों के स्किल और योग्यता के मुताबिक उन्हें रोजगार मुहैया कराया जा सके, इसके लिए यमुना प्राधिकरण स्किल डेवलपमेंट सेंटर बना रहा है. वहीं प्राधिकरण ने कोविड काल के दौरान रोजगार परक कई आवंटियों को अलॉटमेंट किए हैं. ऐसे में मजदूरों को स्किल्ड डेवलपमेंट के जरिए रोजगार देने की पहल की जा रही है.
निःशुल्क दी ज़मीन
प्राधिकरण, सेक्टर 33 में 10 हज़ार स्क्वायर मीटर का लैंड स्किल डेवलपमेंट सेंटर के लिए देंगे और भविष्य में अगर यूनिवर्सिटी के लिए जरूरत पड़ी तो 5-10 एकड़ जमीन दी जाएगी. ऐसे में यूपी सरकार के साथ एमओयू साइन कर लिया गया है और मुख्यमंत्री के महत्वाकांक्षी योजनाएं स्किल डेवलपमेंट धरातल पर उतर आई है.