नई दिल्ली/नोएडा: प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है. प्रदूषण फैलाने पर एक निजी कंपनी पर 50 लाख का जुर्माना लगाया गया है. ग्रेटर नोएडा के टैक्जोन 4 में एएल सॉफ्टवेब प्राइवेट लिमिटेड का निर्माण कार्य चल रहा था. जिसमें एनजीटी के नियमों का उल्लंघन करने पर यूपीपीसीबी ने बड़ी कार्रवाई की है. बोर्ड ने जुर्माना राशि वसूलने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को पत्र लिखा है. बताया जा रहा है कि बोर्ड की तरफ से अब तक की सबसे बड़ी जुर्माना राशि है.
प्रदूषण फैलाने पर UPPCB की बड़ी कार्रवाई, आईटी कंपनी पर लगाया 50 लाख का जुर्माना
नोएडा में एक आईटी कंपनी पर प्रदूषण नियंत्रण के मानकों का पालने न करने पर 50 लाख का जुर्माना लगाया गया है. यह उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है.
कुल 97 लाख की कार्रवाई
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण और ग्रेटर नोएडा नोएडा की क्षेत्राधिकारी डॉ अर्चना द्विवेदी ने निरीक्षण के दौरान अनियमितता पाई थी. जिसके चलते आईटी प्रोजेक्ट कंपनी पर 50 लाख रुपये के जुर्माने की कार्रवाई की है. वहीं प्राधिकरण के सीईओ की तरफ से नौ बिल्डर्स, डेवलपर्स और एनपीसीएल पर अलग से 97 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया. यानी कुल कार्रवाई 97 लाख रुपये लगाया गया है.
एक कंपनी पर लगाया 50 लाख का जुर्माना
मिली जानकारी के मुताबिक निरीक्षण के दौरान परिसर में निर्माण कार्य होता मिला, मिट्टी खुदाई के साथ प्रदूषण पैदा करने वाले सामग्री रखी दिखाई दी. इसके अलावा एंटी स्मॉग गन की व्यवस्था नहीं थी और पानी का छिड़काव भी नहीं किया जा रहा था. इसके अलावा निर्माण कार्य के लिए बोर्ड से कोई अनापत्ति प्रमाण पत्र भी नहीं लिया गया था. ऐसे में IT कंपनी पर 50 लाख का जुर्माना लगाया है.