नई दिल्ली/नोएडा: साल 2006 में नोएडा के निठारी गांव में जो हुआ, उसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. कोठी नंबर डी-5 से जब नरकंकाल मिलने शुरू हुए, पूरे देश में सनसनी फैल गई. सीबीआई को जांच के दौरान मानव हड्डियों के हिस्से और 40 ऐसे पैकेट मिले थे, जिनमें मानव अंगों को भरकर नाले में फेंक दिया गया था.
डी-5 नंबर कोठी के मालिक मोनिंदर सिंह पंढेर और नौकर सुरेंद्र कोली को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इस मामले का खुलासा एक लड़की की गुमशुदगी से जुड़ा है. 7 मई 2006 में एक लड़की लापता हो गई थी. वो मोनिंदर पंढेर की कोठी में रिक्शे से आई थी और उसने रिक्शेवाले को कोठी के बाहर ही रुकने के लिए कहा था. साथ ही ये भी कहा थी कि पैसे वापस आकर देगी.
कोठी से गायब हुई थी लड़की
काफी समय तक वो वापस नहीं आई तो रिक्शेवाले ने कोठी का गेट खटखटाया. सुरेंद्र कोली ने बताया कि वो काफी देर पहले जा चुकी है. रिक्शेवाले का कहना था कि वो कोठी के सामने ही था, वो बाहर नहीं निकली. ये बात लड़की के घरवालों को पता चली. उसके पिता नंदलाल ने एफआईआर दर्ज कराई कि उसकी बेटी कोठी से गायब हुई है. उसके तुरंत बाद पुलिस गहनता से जांच में जुट गई.
निठारी से गायब हुए थे कई बच्चे
इससे पहले भी निठारी से एक दर्जन से ज्यादा बच्चे गायब हो चुके थे. पुलिस को जानकारी मिली कि पायल के पास एक मोबाइल था, जो घटना के बाद से ही स्विच ऑफ था. पुलिस ने उस नंबर की कॉल डिटेल निकलवाई, तो तमाम जगहों के नंबर मिले. जांच में सुराग सामने आए जिनके आधार पर पुलिस ने कोठी पर छापा मारा. इस तरह निठारी के नर पिशाच कोली का काला सच सबके सामने आ गया.