नई दिल्ली/नोएडा :अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर लेकर एमिटी लॉ स्कूल नोएडा ने ’नित्यशक्तिः 2022 सामाजिक और लैंगिक सतुलन’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का आयोजन एमिटी लॉ स्कूल नोएडा एंव शंभूका फाउंडेशन के सहयोग किया गया. इस कार्यक्रम में सिक्क्मि के राज्यपाल गंगा प्रसाद, शंभूका फाउंडेशन की राष्ट्रीय रचनात्मक प्रमुख शिवानी श्रीवास्तव, राज्य महिला आयोग यूपी की वाइस चेयरपरसन अंजू चौधरी, छोटानागपुर संस्कृत संघ रांची की सचिव सच्ची कुमारी शामिल हुई. एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार चौहान एंव एमिटी लॉ स्कूल के चेयरमैन डॉ. डी के बंदोपाध्याय ने सभी का स्वागत किया.
सिक्क्मि के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने कहा कि नारी एक महान शक्ति है. वह घर से लेकर देश के विकास तक में अपने अहम सहयोग देती हैं. महिलाएं सदैव पुरूष को भी आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती हैं. नारी में एक ऐसी खास शक्ति है कि वह पूरे समाज को बदल सकती है. लेकिन हम सभी को उन्हें सहयोग देना चाहिए. आज के समय में समानता एंव दहेज बड़ी समस्या है. इस पर जल्द रोक लगाना अहम है. वृद्धावस्था को रोग के बराबर समझा जाता है. लेकिन सेाचने वाली यह बात है कि वृद्ध तो हर व्यक्ति होता है. हमें वृद्ध का सहयोग देना चाहिए और उनके बीच डर निकालने का प्रयास करना चाहिए. छात्रों को सलाह देते हुए कहा कि समय का सही उपयोग करना चाहिए और परिवार को महत्व देंगे तो परिवार मजबूत होगा.
एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार चौहान ने कहा कि एमिटी सदैव अपने छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ संस्कार प्रदान करते हैं. कोई भी काम बड़ों के आशीर्वाद के बिना पूरा नहीं हो सकता है. इसलिए सैदव अपने बड़ों की सलाह पर चलें और उनको अहमियत दें, तभी आप जीवन में सफल हो सकेंगे.
Women's Day 2022 : सिक्किम के राज्यपाल ने एमिटी यूनिवर्सिटी के छात्रों को किया संबोधित - women day 2022 update news
अंतरराट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एमिटी लॉ स्कूल नोएडा ने ’नित्यशक्तिः 2022 सामाजिक और लैंगिक सतुलन’ कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम को सिक्किम के राज्यपाल ने वर्चुअल तरीके से छात्रों को संबोधित किया.
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राज्य महिला आयोग यूपी की वाइस चेयरपरसन अंजू चौधरी ने कहा कि आयु का बढ़ना एक ऐसी प्रक्रिया है जो न ही रोकी जा सकती है और न बदली जा सकती हैं. लोगों की जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे लोग अलग-अलग समस्या का सामना करते हैं. ज्यादातर लोग बीपी, शूगर, अल्जाइमर जैसी समस्याओं का शिकार हो जाते हैं. बच्चे भी पढ़ाई या फोन के कारण अपने घर के बड़ों को नजर अंदाज कर देते हैं, जिससे वृद्ध व्यक्ति दुखी रहता है.
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