दिल्ली

delhi

ETV Bharat / city

नोएडाः कलेक्शन एजेंट से लूट मामले में चार दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली - Noida looted eight and a half lakh rupees in broad daylight

नोएडा में कलेक्शन एजेंट से लूट के मामले में पुलिस के हाथ अभी तक खाली है. मंडी के व्यापारियों ने पुलिस की जांच पर सवाल उठाया है.

व्यापारी अमित गुप्ता
व्यापारी अमित गुप्ता

By

Published : Apr 15, 2022, 9:18 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा:गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरी में देखा जाए तो बदमाशों के इस कदर हौसले बुलंद हैं कि ताबड़तोड़ वारदात को अंजाम दे रहे हैं. पुलिस भले ही इन वारदात को छिपाने का काम करें पर अपराधी आसानी से अंजाम देकर फरार हो रहे हैं. ऐसी ही एक वारदात नोएडा के थाना फेस टू क्षेत्र के सेक्टर 88 स्थित मंडी के गेट पर हुआ. बाइक सवार बदमाशों ने कलेक्शन एजेंट को घायल कर साढ़े आठ लाख रुपये लूट लिए थे. इसके बाद से ही मंडी के व्यापारियों में दहशत का माहौल है.

जब ईटीवी भारत की टीम सेक्टर 88 स्थित मंडी पहुंची और वहां के व्यापारी अमित गुप्ता से जब बातचीत की तो उनका कहना है कि घटना के चार दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. उन्होंने बताया कि कलेक्शन एजेंट को मैंने भी एक लाख रुपये बैंक में जमा करने के लिए दिया था. इसके साथ ही अन्य व्यापारियों के भी पैसे कलेक्शन एजेंट के पास थे. व्यापारी अमित गुप्ता ने यह भी बताया कि पुलिस बदमाशों को पकड़ने की जगह व्यापारियों को बुलाकर एक-एक व्यापारी से चार-चार बार पूछताछ कर रही है. उन्होंने यह भी बताया कि दिनदहाड़े हुई इस वारदात के बाद से व्यापारी पूरी तरह से दहशत में हैं.

व्यापारी से बातचीत

आपको बता दें कि नोएडा के थाना फेज टू क्षेत्र के सेक्टर 88 स्थित फुल मंडी के गेट नंबर दो के बाहर बदमाशों ने कलेक्शन एजेंट से दिनदहाड़े साढ़े आठ लाख रुपये 11 अप्रैल को लूट लिए थे. उसके बाद से बदमाश फरार हैं.

इसे भी पढे़ें:नोएडा में बदमाशों ने कलेक्शन एजेंट से लूटे साढ़े आठ लाख रुपये

अमित ने बताया कि कई बार व्यापारियों ने मांग की है कि मंडी के अंदर एक बैंक खोला जाए, जहां व्यापारी सुरक्षित तरीके से पैसा जमा कर सकें. आज तक मंडी के अंदर बैंक नहीं खुलवाया गया. व्यापारी मजबूरी में कलेक्शन एजेंट के माध्यम से पैसों को बैंक तक पहुंचाते हैं. अमित गुप्ता ने जल्द खुलासे की मांगी की है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि वारदात को अंजाम देने वाला कौन था. दुख इस बात का है कि पुलिस के हाथ अभी कोई सुराग नहीं लगा है और बार-बार व्यापारियों से ही पूछताछ किया जा रहा है.

विश्वसनीय खबरों के लिये करें ईटीवी भारत एप डाउनलोड

ABOUT THE AUTHOR

...view details