नई दिल्ली/नोएडा:गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन द्वारा ऐसे परिवार जिनके पास नोएडा की कोई आईडी जैसे राशन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड या आधार कार्ड नहीं है उनका सर्वे कर राशन देने काम किया जा रहा है.
राशन वितरण पर क्या कह रहे खाद्य आपूर्ति विभाग के कर्मचारी खासतौर से उन जगहों पर इन लोगों को राशन दिया जा रहा है, जो एरिया हॉटस्पॉट बनाए गए हैं और सील किए गए हैं. ऐसा ही एक स्थान सेक्टर-8 और हरौला का है. यहां ईटीवी भारत की टीम पहुंची तो पाया कि जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा आईडी और सर्वे में पात्र परिवार की लिस्ट से मिलान कर ऐसे प्रवासी लोगों को राशन कै पैकेट दिया जा रहा है.
राशन के पैकेट में क्या-क्या
प्रशासन द्वारा दिए जा रहे राशन के पैकेट में 5 किलो चावल, 5 किलो आटा, 2 किलो दाल, 1 किलो नमक, सरसों का तेल, हल्दी का पैकेट, मसाले का पैकेट, लाल मिर्ची का पैकेट, साबुन, प्याज और आलू है. प्रशासन का कहना है कि एक पैकेट में इतना सामान दिया जा रहा है कि एक परिवार आराम से अपने घर में खाना पका कर भरपेट खाना खा सकें.
दरअसल लॉकडाउन के दौरान एक प्रवासी परिवार नोएडा छोड़कर जाने की फिराक में लगा था. ऐसे में उसे चिन्हित कर जिला प्रशासन द्वारा खाद्य आपूर्ति विभाग की मदद से सर्वे करवाकर उन्हें राशन देने का काम किया जा रहा है.
हरौला में 42 गैर जनपदवासी
सेक्टर-5 हरौला के हॉटस्पॉट एरिया में राशन देने आए जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कर्मचारी कृष्ण कुमार ने बताया कि यह काम पूरे जिले में प्रशासन द्वारा किया जा रहा है. हॉटस्पॉट एरिया सेक्टर-5 से अब तक सर्वे में 42 लोग ऐसे पाए गए, जो गैर जनपद के रहने वाले हैं. इनके पास गौतमबुद्ध नगर जिले की कोई आईडी नहीं है, जिसके चलते उन्हें सरकारी राशन नहीं मिल पाया था, उन्हें अब राशन देने का काम किया जा रहा है.