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चिल्ला बॉर्डर: प्रदर्शनकारी किसानों ने खेला गोला-लाठी खेल

भाकियू (भानु) के बैनर तले प्रदर्शनकारी किसानों ने रविवार को चिल्ला बॉर्डर पर सरकार का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए गोला-लाठी खेल का आयोजन किया. किसानों ने इस खेल के जरिए सरकार को अपनी मनवाने के लिए एक विशेष संदेश दिया. पढ़िए पूरी रिपोर्ट...

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Published : Jan 17, 2021, 7:57 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा:राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा के चिल्ला बॉर्डर पर किसान 48 दिनों से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. भारतीय किसान यूनियन (भानु) के बैनर तले किसानों ने रविवार को सरकार का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए गोला लाठी खेल का आयोजन किया. किसानों ने इस खेल के जरिए सरकार को संदेश दिया कि किसान अपनी बातों को हर तरीके से मनवाना जानता है.

चिल्ला बॉर्डर पर गोला-लाठी खेल खेलते किसान

सरकार को आकर्षित करने के लिए खेला गोला लाठी खेल

भारतीय किसान यूनियन (भानु) के बैनर तले पिछले 48 दिनों से किसान नोएडा के चिल्ला बॉर्डर पर अपनी मांगों को लेकर जुटे हुए हैं. प्रदर्शनकारी किसान सरकार का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए रोजाना कुछ नया करते हैं. इसी कड़ी में रविवार को किसानों ने गोला लाठी के खेल का आयोजन किया. इस खेल में किसानों ने एक किसान के दोनों हाथ बांधकर उसके पैरों में लाठी लगा दी और फिर उसे एक जगह बैठा दिया. यह संदेश किसानों का सरकार के प्रति था कि सरकार अगर उनकी बातें नहीं मानेगी तो किसान इस तरह से भी सरकार से अपनी बात मनवा सकते हैं. किसानों का कहना है कि सरकार और किसान नेताओं की हर वार्ता विफल हो रही है, लेकिन किसान अब अपनी मांगों से पीछे हटने वाले नहीं हैं.

'26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड जरूर करेंगे'

चिल्ला बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि सरकार द्वारा लगातार किसानों से वार्ता की जा रही है. अब कोर्ट के माध्यम से वार्ता की जा रही है, जो विफल हो रही है. कृषि कानूनों को लेकर सरकार की मंशा साफ नहीं है. किसान जिस मांग और जिस उद्देश्य को लेकर आज धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं, उसे बिना पूरा किए अब पीछे हटने वाले नहीं हैं. सरकार को हर हाल में किसानों की बात माननी पड़ेगी. इसके साथ ही किसानों ने कहा कि आगामी 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर परेड करने जरूर जाएंगे. किसानों की इस परेड को शासन-प्रशासन के साथ ही सरकार भी रोक नहीं पाएगी.

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