नई दिल्ली/ग्रे.नोएडा:ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क में स्थित जीएल बजाज इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रबंधकों ने बिना किसी पूर्व नोटिस दिए कॉलेज के मैकेनिकल विभाग के प्रोफेसरों को निकाल दिया. जिसमें प्रोफेसरों ने कॉलेज पर आरोप लगाया कि उनको जून से सैलरी भी नहीं मिली है. कॉलेज के सामने धरने पर बैठे प्रोफ्रेसरो ने माग की है कि उनको उनकी सैलरी दी जाए और उनको दोबारा से कॉलेज में नौकरी पर वापस बुलाया जाए.
जीएल बजाज से निकाले गए प्रोफेसरों ने किया धरना प्रदर्शन कॉलेज के प्रोफेसर सुशील मधेसिया ने बताया कि कॉलेज प्रबंधकों ने पहले से ही उनकी सैलरी जून महीने से ही नहीं दी है और अब उन सभी को बिना नोटिस के इस प्रकार से बिना किसी कारण ही नौकरी से निकालने पर घर की आर्थिक स्थिति ओर भी ज्यादा खराब हो रही है. जिसके बाद घर का किराया भी नहीं दे पा रहे हैं, जिसके कारण मानसिक रूप से भी तनाव बना हुआ है.
कॉलेज प्रबंधन नहीं मान रहा एकेटीयू के नियम
कॉलेज से निकाले गए प्रोफेसरों ने कॉलेज के प्रबंधको पर आरोप लगाते हुए बताया कि कोविड 19 में एकेटीयू ने नियम बनाया है कि किसी को भी इस महामारी में नौकरी से नहीं निकाला जाएगा. जब की जीएल बजाज कॉलेज के प्रबंधकों ने इस नियम का पालन ही नहीं किया है और बिना नोटिस के ही प्रोफ्रेसरों को निकाल कर बाहर कर दिया गया है.
अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे
कॉलेज से निकाले गए प्रोफेसरों ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि वहां अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे. जब तक कॉलेज प्रबंधन उनकी मांगों को नहीं मान लेता, तब तक वह कॉलेज के सामने रोजाना अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे और सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी मांगों को उठाते रहेंगे.
जीएल बजाज की तरफ से नहीं मिला पक्ष
कॉलेज से निकाले गए प्रोफेसरों के निकाले जाने के कारण को जानने के लिए जब जीएल बजाज की मीडिया प्रभारी को फोन किया, तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा और अपना पक्ष भी उन्होंने नहीं रखा.