नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा:उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की जमानत को लेकर कांग्रेस ने अभियान तेज कर दिया है. इसी कड़ी में आज जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर अजय कुमार लल्लू के रिहाई के लिए प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया.
अजय कुमार लल्लू की रिहाई के लिए प्रेस वार्ता जिसमे प्रदेश महासचिव प्रभारी वीरेंद्र सिंह गुड्डू व प्रदेश सचिव विनीत चौधरी मौजूद रहे. प्रेस वार्ता में प्रदेश महासचिव वीरेंद्र सिंह गुड्डू ने बताया कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अजय कुमार लल्लू की गैरकानूनी गिरफ्तारी के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा. हम एक-एक गांव और एक-एक गरीब मजदूर की झोपड़ी तक अपनी बात लेकर जाएंगे और लोगों की सेवा करेंगे.
उन्होंने आगे कहा कि लाखो जरूरतमंदों का भोजन राशन पहुंचाने वाले और हजारों मजदूरों को उनके घरों तक लाने वाले गरीब मजदूरों के मददगार अजय कुमार लल्लू का आखिर अपराध क्या है यही है कि जरूरतमंदों की मदद की.
मजदूरों को राहत मिले इसलिए बसों का बंदोबस्त किया. प्रदेश सचिव विनीत चौधरी ने कहा गरीब मजदूर विरोधी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार नहीं चाहती कि श्रमिक भाई बहनों को राहत मिले. लेकिन योगी आदित्यनाथ कान खोलकर सुने हमारे मदद के हाथ कमजोर नहीं होंगे. हम सेवा कार्य और तेज कर रहे हैं. देश निर्माता जी जान लगाकर सेवा करेंगे. भाजपा सरकार दमन करें. हम सेवा करेंगे.
जिला अध्यक्ष मनोज चौधरी ने बताया अब तक पूरे प्रदेश में 80 लाख से अधिक लोगों तक कांग्रेस पार्टी ने राशन और भोजन पहुंचाया है. 10 लाख प्रवासी श्रमिकों की मदद की. 22 जिलों में साझी रसोई घर चलाया गया. 40 हाईवे पर स्टॉल्स लगाकर नाश्ता-खाना वितरित किया गया.
यह सब प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में हुआ और आज हम संकल्प ले रहे है की भाजपा सरकार के दमन से झुकेंगे नहीं सेवा कार्य और जी जान लगाकर करेंगे, हमें न्यायपालिका पर भरोसा है.
क्यों हुई थी गिरफ्तारी
अन्य राज्यों से प्रवासी श्रमिकों और कामगारों के लिए बसों की सूची में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में कांग्रेस के यूपी अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को गिरफ्तार किया गया था. आरोप है कि कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रवासी श्रमिकों को घर पहुंचाने के लिए एक हजार बस उपलब्ध कराने की बात कही गई थी. शासन ने अनुमति देते हुए उनसे बसों का ब्यौरा मांगा था. आरोपितों ने बस की सूची में हेराफेरी कर उसे स्थानीय प्रशासन को सौंपा था.