नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडाः इंडिया एक्सपो मार्ट में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने और इलेक्ट्रॉनिक्स में आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए तीन दिवसीय इंडिया सेमीकंडक्टर कॉन्क्लेव (India Semiconductor Conclave) का आयोजन किया जा रहा है. यह भारत के सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले इकोसिस्टम को सक्षम करने के उद्देश्य से ही विश्वसनीय और केंद्रित मंच के तौर पर इलेक्ट्रॉनिका इंडिया और प्रोडक्ट्रोनिका इंडिया 2022 में लॉन्च किया गया था.
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने अपने 'इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया' पैविलियन और विभिन्न राज्य सरकारों, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ के साथ इस कॉन्क्लेव को अपना समर्थन दिया है. डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग सम्मेलन के बारे में इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) के अध्यक्ष पंकज मोहिंद्रू ने बताया कि भारत ने स्मार्टफोन निर्माण में अभूतपूर्व वृद्धि देखी है और यह डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सही समय है.
भारत में डिस्प्ले की मांग 2025 तक 20-25 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है. हम सही सप्लाई चेन इकोसिस्टम बनाकर इसका अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं. इस वजह से हम इलेक्ट्रॉनिका इंडिया और प्रोडक्ट्रोनिका इंडिया 2022 में डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग पर कॉन्फ्रेंस को पेश करते हुए खुश हैं. ये ट्रेड शो सभी हितधारकों और बाजार से जुड़ी प्रमुख कंपनियों को एक साथ लाने के लिए महत्वपूर्ण हैं.
तीन वर्षों बाद भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग उद्योग अपनी सोर्सिंग जरूरतों को पूरा करने के लिए एक ही छत के नीचे अग्रणी टेक्नोलॉजी सप्लायर्स के साथ जुड़ रहा है. 3000 से अधिक प्रोडक्ट्स और टेक्नोलॉजी के साथ 19 देशों की 320 से अधिक कंपनियां अपने नए इनोवेशंस को प्रदर्शित करने और बाजार में मजबूती के साथ पैर जमाने के लिए इस ट्रेड शो में भाग ले रही हैं. यह प्रतिष्ठित आयोजन मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को अपनी सप्लाई चेन को ऑप्टिमाइज करने और विस्तार देने के लिए एक बेहतरीन अवसर और आदर्श मंच प्रदान करता है.