नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडाःग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) यहां के स्कूलों की दशा सुधारने की दिशा में काम कर रहा है. इसके लिए ऑपरेशन कायाकल्प (Operation Kayakalp) शुरू किया जा रहा है. इसके अन्तर्गत स्कूलों की मूलभूत आवश्यकताओं और छात्रों की बुनियादी जरूरतों को पूरा किया जाएगा. यह ऑपरेशन कम्पनियों के सहयोग से सीएसआर फंड से शुरू किया जाएगा. इसके लिए प्राधिकरण ने 154 स्कूलों का चयन किया है.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ और मेरठ मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह के निर्देश पर प्राधिकरण के ओएसडी इंडस्ट्री मयंक श्रीवास्तव वरिष्ठ प्रबंधक अनिल जौहरी ने निजी कम्पनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. इस बैठक में कम्पनियों ने स्कूलों की दशा सुधारने के लिए सहयोग देने की इच्छा जाहिर की. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में जिले की कंपनियां स्कूलों की दशा बदलने के लिए सहयोग करने को तैयार हैं.
ग्रेटर नोएडा में ऑपरेशन कायाकल्प से बदलेगी सरकारी स्कूलों की दशा और दिशा
ग्रेटर नोएडा के स्कूलों की दशा को दुरुस्त करने के लिए ऑपरेशन कायाकल्प (Operation Kayakalp) शुरू किया जा रहा है. इसके तहत स्कूलों की मरम्मत, रंगाई-पुताई, कुर्सी-टेबल और हरियाली आदि को सुधारा जाएगा.
ऑपरेशन कायाकल्प अभियान के अन्तर्गत स्कूलों की मरम्मत, रंगाई-पुताई, कुर्सी-टेबल और हरियाली आदि को सुधारा जाएगा. प्राधिकरण के परियोजना विभाग ने इन स्कूलों की सूची तैयार कर ली है. जिन स्कूलों में क्या काम होना है, इसकी भी रिपोर्ट बन चुकी है. जल्द ही प्राधिकरण इस पर काम शुरू करेगा.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में आने वाले सभी प्राइमरी और जूनियर हाईस्कूलों को ऑपरेशन कायाकल्प के तहत आधुनिक बनाने के निर्देश दिए हैं. इस ऑपरेशन के तहत कुल 14 मानक तय किए गए हैं, जिनमें कमरों का निर्माण, बिजली, पानी, शौचालय और रंगाई पुताई आदि का काम शामिल है.
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इसके लिए सीएसआर के तहत फंड की व्यवस्था की जाएगी. अगर किसी कारण सीएसआर से फंड की व्यवस्था नहीं हुई तो प्राधिकरण अपने संसाधनों से धन की व्यवस्था करेगा. प्राधिकरण पहले से ही क्षेत्र के सभी गांवों को स्मार्ट विलेज बनाने का काम कर रहा है, इसलिए इस काम में ज्यादा दिक्कत नहीं आएगी.