नई दिल्ली/नोएडा:कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थ तिथि को रखा जाने वालाकरवा चौथ व्रत इस वर्ष 13 अक्टूबर को है. (karwa chauth 2022) इस व्रत में महिलाएं अपने पति के दीर्घायु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और रात में चंद्र दर्शन के बाद व्रत खोला जाता है. 24 घंटे का यह निर्जला व्रत महिलाओं के लिए संघर्ष का व्रत होता है. व्रत से पूर्व महिलाएं पूरे साजो सिंगार करती हैं, जिसमें खासतौर से नए कपड़ों के साथ ही हाथों और पैरों में मेहंदी भी लगवाई जाती है.
नोएडा में भी इस तरह की चीजें हर तरफ देखी जा रही है. करवा चौथ से पूर्व महिलाएं जगह-जगह पर मेहंदी लगवाने का काम कर रही हैं. वहीं, मेहंदी लगाने वाले जहां पिछले 2 वर्षों से कोरोना की मार झेल रहे थे, वहीं इस बार करवा चौथ पर अच्छी आमदनी होने की उम्मीद जता रहे हैं. साथ ही सुहागिन महिलाएं मेहंदी लगवाने काफी संख्या में मेहंदी लगाने वालों के पास आ रही हैं.
करवा चौथ से पूर्व मेहंदी वालों के यहां लगी महिलाओं की भीड़
करवा चौथ से महज चंद घंटे पहले सुहागिन महिलाओं ने अपने हाथों और पैरों में मेहंदी रचाने का सिलसिला शुरू कर दिया है. तमाम साजो सिंगार के साथ ही महिलाएं मेहंदी पर विशेष ध्यान करवा चौथ के दिन रखती हैं. नोएडा के सेक्टर 18, सेक्टर 25, सेक्टर 29, सेक्टर 12, सेक्टर 34 सहित तमाम मार्केट ने महिलाएं मेहंदी लगाने वालों के यहां पहुंची हुई हैं. जो मेहंदी वालों के एल्बम को देखकर अपने मनपसंद डिजाइन की मेहंदी लगवा रही हैं.
वहीं, मेहंदी लगाने वाले भी महिलाओं की पसंद की डिजाइन की मेहंदी लगाने का काम बड़े ही चाव से कर रहे हैं. बाजार की स्थिति यह है कि करवा चौथ के व्रत में प्रयोग किए जाने वाले तमाम समान दुकानों में सजे हुए हैं, चाहे वह मिट्टी के लोटे हो या फिर चूड़ी और कंगन. यहां तक की करवा चौथ में प्रयोग आने वाले सभी सामान को अलग-अलग डिजाइन में बनाकर दुकानदार बेचने का काम कर रहे हैं. जो बाजार में एक आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.