नई दिल्ली/नोएडा:कोरोना महामारी का असर देखा जाए तो नोएडा के चौराहों पर लगी रेड लाइटों पर भी पड़ा है. कर्मचारी कोरोना से पॉजिटिव हुए तो रेड लाइट ठीक करने की जहमत किसी ने नहीं उठायी. कहने के लिए नोएडा एक विकसित और हाईटेक शहर है पर यहां कि सुविधाओं को अगर जमीनी स्तर पर देखा जाए तो खानापूर्ति ज्यादा और काम कम दिखाई देंगे, यह किसी से छिपा नहीं है.
जिसका जीता जागता उदाहरण अगर देखा जाए तो इस लॉकडाउन के दौरान करीब सप्ताह भर से नोएडा के सभी चौराहों की रेड लाइट है जो खराब चल रही है. जिस तरफ न ही ट्रैफिक विभाग और न ही नोएडा प्राधिकरण ध्यान दे रहा है. नोएडा में किसी की भी गाड़ी की रफ्तार चौराहे पर कम नहीं हो रही है और दुर्घटना की पूरी संभावना बनी रहती है. वहीं कुछ जगहों पर हादसे हुए भी हैं.
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सप्ताह भर से खराब चल रही है नोएडा के चौराहों की रेड लाइट
नोएडा के ट्रैफिक विभाग और प्राधिकरण की उदासीनता का जीता जागता उदाहरण नोएडा के किसी भी चौराहे पर देखा जा सकता है, जहां करीब सप्ताह भर से अधिक समय से चौराहों पर लगी रेड लाइट खराब चल रही हैं और उन्हें देखने वाला कोई नहीं है.
लोगों की गाड़ियों की रफ्तार में कोई कमी चौराहों पर नहीं रह रही है और रेड लाइट बंद होने के चलते तेज रफ्तार में लोग चौराहों को पार करने का काम कर रहे हैं. जिसे देखकर कहा जा सकता है कि किसी भी समय कोई बड़ा हादसा हो सकता है, पर इस तरफ दोनों ही विभाग ध्यान नहीं दे रहा है.
कहां-कहां की खराब है रेड लाइट
नोएडा के ज्यादातर चौराहों की रेड लाइट खराब है, जिसमें महत्वपूर्ण चौराहों को अगर देखा जाए तो स्टेडियम चौराहा, सेक्टर 12/22 चौराहा, बीएसएनएल चौराहा, डीएम चौराहा, सेक्टर 21/25 चौराहा, 21a चौराहा, अट्टा पीर चौराहा सहित अन्य कई चौराहे हैं, जिनकी रेड लाइट करीब सप्ताह भर से ज्यादा समय बीत गया है खराब हुए, जहां-जहां पर चौराहों की रेड लाइट खराब है उन चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस कर्मी भी नदारद रहते हैं. इन जगहों पर लोग अपनी मर्जी से सड़क पार करने का काम कर रहे हैं.
ट्रैफिक विभाग का कहना
रेड लाइट खराब होने के संबंध में जब ट्रैफिक विभाग से जानकारी मांगी गई तो कैमरे पर न बोलकर उन्होंने बताया कि रेड लाइट ठीक करने वाले विभाग के जेई संजीव भारद्वाज की कोरोना के चलते मौत हो गई है. करीब 75 कर्मचारी कोरोना से पॉजिटिव हो गए हैं, जो काम पर नहीं आ रहे हैं. फिलहाल रेड लाइट ठीक करने की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है. बरसात के चलते रेड लाइट खराब हुई है. कोशिश की जा रही है कि जल्द इन्हें ठीक कराया जाए.
पब्लिक का कहना
रेड लाइट खराब होने और चौराहों को पार करने के संबंध में जब ईटीवी भारत की टीम कुछ लोगों से बात की तो उनका कहना है कि यह रोज का है कोई नई बात नहीं है. अपने आप को सुरक्षित करके चौराहा पार करने का काम किया जाता है.
अधिकारी का कहना
रेड लाइट खराब होने के संबंध में जब गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह को जानकारी दी गई तो उन्होंने डीसीपी ट्रैफिक गणेश शाह को निर्देशित करते हुए तत्काल सभी खराब रेड लाइटों की सूची बनाकर नोएडा प्राधिकरण को देने और जल्द से जल्द रेड लाइटों को सही करने के निर्देश दिए हैं.