नई दिल्ली/नोएडा:उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की हर बस पर हर यात्री को सफर करने का पूरा अधिकार है, यात्री बस में बस स्टैंड से बैठे या फिर रास्ते में सभी जगहों पर रोडवेज की बसें हर यात्री को बस में बैठाने का काम करेंगी. किसी भी यात्री द्वारा रुकने का संकेत देने पर बस जरूर रुकेगी और उसे बस में सफर का पूरा अधिकार और मौका दिया जाएगा. यह कहना है नोएडा अंतरराज्यीय बस अड्डे के एआरएम एन पी सिंह का. ईटीवी भारत से खास बातचीत में बस अड्डे के एआरएम एन पी सिंह ने बताया कि बस किसी भी रूट की हो और कम दूरी की या लंबी दूरी की हर बस में हर यात्री अपने रूट की बस पर सफर अब करेगा. रोडवेज की बसें हर एक यात्री को उसके मंजिल तक छोड़ेगी, ताकि यात्री को सुविधा का लाभ मिल सके और विभाग को राजस्व की प्राप्ति हो सके.
नोएडा रोडवेज हर यात्री को देगा सफर की सुविधा
अक्सर लंबी दूरी की बसों में कम दूरी के यात्रियों को बस के चालक और परिचालक द्वारा नहीं बैठाया जाता था, लेकिन बस कितनी भी लंबी दूरी की क्यों ना हो, हर यात्री को बस में सफर करने का पूरा अधिकार है. यह कहना है नोएडा अंतरराज्यीय बस अड्डे के एआरएम एन पी सिंह का.
पहले अक्सर होता था कि लंबी दूरी की बसों में कम दूरी के यात्रियों को बस के चालक और परिचालक द्वारा नहीं बैठाया जाता था, पर नोएडा के सेक्टर 35 स्थित मोरना अंतरराज्यीय बस अड्डे के एआरएम एनपी सिंह द्वारा सर्कुलर जारी कर यह निर्देश दिया गया है कि बस कितनी भी लंबी दूरी की क्यों ना हो, हर यात्री को उस में सफर करने का पूरा अधिकार है. किसी भी यात्री द्वारा कहीं पर भी रोडवेज की बस को रोककर उसमें सफर कर अपनी मंजिल तक जाने की सहूलियत शुरू की गई है, ताकि लोगों को संसाधन का लंबे समय तक इंतजार न करना पड़े और परिवहन विभाग को राजस्व की हानि ना होय. इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए हर यात्री को हर रूट पर बस में बैठाने का निर्णय लिया गया है. बस कितनी भी लंबे रूट की क्यों न हो, उसमें कम दूरी की यात्रा करने वाला यात्री भी आसानी से सफर करें इसकी पूरी छूट दी गई है.
रोडवेज विभाग के एआरएम एनपी सिंह का कहना है कि बस चालक को रास्ते में किसी भी यात्री द्वारा रुकने या संकेत अगर दिया जा रहा है, तो बस चालक बस रोककर उस यात्री को जरूर बैठाएगा और उसे उसके मंजिल तक छोड़ेगा. यह अभियान शुरू करने के पीछे कारण डग्गामार और अनधिकृत वाहनों पर अंकुश लगाना है, ताकि प्राइवेट अन्य संसाधनों से सफर करने वाले यात्रियों को सुरक्षित रखा जा सके और विभाग के राजस्व में बढ़ोतरी की जा सके. अभियान चंद समय के लिए नहीं, बल्कि हमेशा के लिए चलाया गया है. उद्देश्य यह भी रखा गया है कि नोएडा डिपो से बसों का संचालन 24 घंटे में 22 घंटे लगातार किया जाए, ताकि यात्रियों को बस की बेहतर सुविधा प्रदान की जा सके.