नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा सेक्टर 18 स्थित आईसीआईसीआई बैंक के सामने से शुक्रवार को कुछ अज्ञात लोगों ने मध्य प्रदेश के साइबर सेल में तैनात दो सब इंस्पेक्टरों में से एक सब-इंस्पेक्टर की सरकारी पिस्टल छीन ली थी. इस मामले में पुलिस ने थाने पर डकैती का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की तो छानबीन में चौंकानेवाले खुलासा सामने आया है.
जांच में सामने आया कि साइबर सेल के दोनों सब इंस्पेक्टर और उनके तीन अन्य साथी एक व्यक्ति से अवैध वसूली कर रहे थे. इन लोगों ने कुछ पैसे ले लिए थे और कुछ लेने की बात चल रही थी. इसी दौरान वादी के जानने वाले ने मौके पर पहुंचकर सब इंस्पेक्टर से सरकारी पिस्टल लेकर फरार हो गया. इस मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें दो सब इंस्पेक्टर मध्य प्रदेश साइबर सेल के हैं.
सूर्यभान यादव से 3 दिन से संपर्क में थी टीम
मध्य प्रदेश के सब इंस्पेक्टर पंकज साहू से जानकारी करने पर पता चला कि साइबर सेल की टीम आरोपी सूर्यभान यादव से 3 दिन से संपर्क में थी. शुक्रवार को आरोपी सूर्यभान यादव के खाता आईसीआईसीआई बैंक सेक्टर 18 नोएडा को जांच अधिकारी पंकज साहू ने जांच के दौरान फ्रिज करा दिया था. खाता को उपनिरीक्षक पंकज साहू ने डी फ्रिज करा कर उस खाते में उपलब्ध लगभग 58 लाख रुपए निकालकर साइबर सेल को निकालना था. जिसमें से कुछ रुपए आवेदक शिकायतकर्ता चंद्र केतु दुबे निवासी जबलपुर के खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता ,शेष धनराशि साइबर सेल की टीम अपने पास रख कर आरोपी सूर्यभान यादव को इस आरोप से बचाया जाता.
अवैध वसूली में संलिप्त थी साइबर सेल की टीम
आरोपी सूर्यभान यादव से पूछताछ में पता चला कि साइबर सेल जबलपुर की टीम ने सूर्यभान यादव को जबलपुर ले जाकर मुकदमे में फंसा कर जेल भेजने की धमकी दी और 16 दिसंबर से लेकर 18 दिसंबर तक साइबर सिटी टीम जबलपुर ने 4 लाख 70 हजार रुपये आरोपी सूर्यभान यादव को डरा धमका कर प्राप्त किए. आरोपी सूर्यभान यादव ने यह भी बताया कि बिटकॉइन के माध्यम से 24 लाख की राशि भी आवेदक चंद्र केतु दुबे को ट्रांसफर किया गया और 24 लाख रुपए की राशि साइबर सेल टीम ने आरक्षी आसिफ अली को ट्रांसफर किया. जबलपुर साइबर टीम आरोपी को महिपालपुर दिल्ली ले जाकर एक होटल में गई और आरोपी के आईसीआईसीआई बैंक खाते के संबंध में जानकारी प्राप्त की.