नई दिल्ली/नोएडा: पौधारोपण के महाकुंभ में पौधों का भविष्य गूगल जियो टैगिंग के हाथों में होगी. गौतमबुद्ध नगर वन विभाग के अधिकारियों ने 984 साइट्स पर 10 लाख से ज्यादा पौधों पर जिओ टैगिंग की है. जियो टैगिंग की मदद से पौधों की सेहत संवारी जाएगी. जियो टैगिंग से पौधों का फोटो गूगल पर अपलोड कर दिया जाएगा, जिसकी मॉनिटरिंग लखनऊ मुख्यालय से की जाएगी.
नोएडा: अब जिओ टैगिंग से रखा जाएगा पेड़ों की सेहत का ख्याल
गौतमबुद्ध नगर DFO प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि स्टेट फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने एक ऐप लॉन्च किया है. इसकी मदद से प्रत्येक साइट्स को जिओ टैग किया जा रहा है और और उसकी मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम से की जा रही है.
10 लाख पौधों की जिओ टैगिंग
गौतमबुद्ध नगर DFO प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि स्टेट फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने एक ऐप लॉन्च किया है. इसकी मदद से प्रत्येक साइट्स को जिओ टैग किया जा रहा है और और उसकी मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम से की जा रही है. 984 साइट्स पर तकरीबन 10 लाख 67 हज़ार पौधों पर जिओ टैगिंग की गई है. 25 विभागों ने पौधारोपण में वन विभाग का साथ दिया था. विभागों की जिम्मेदारी है कि वह पौधारोपण के बाद पौधों का रखरखाव करें और पौधों पर नजर बनाने के लिए जियो टैगिंग की गई है.
ऐसे काम करेगी जिओ टैगिंग
पौधारोपण के दौरान अफसर मौके पर पहुंचकर पौधों की लोकेशन गूगल जियो टैगिंग पर टैग कर आएंगे. उसकी लोकेशन वन विभाग के अफसर को शेयर कर दी जाएगी. जियो टैगिंग से पौधों का फोटो गूगल पर उपलब्ध होगा. उसकी स्थिति देखी जा सकेगी अगर पौधा दम तोड़ता है या उखड़ा हुआ दिखता है तो पौधा लगाने वाले विभाग और वन विभाग से जवाब तलब किया जाएगा.