नई दिल्ली/नोएडाः गौतबुद्ध नगर में कोरोना टीकाकरण के दूसरे चरण में 42 केंद्र के 4200 लोगों का टीकाकरण होना था. उम्मीद जताई गई थी कि पहले चरण के मुकाबले इस बार कोरोना टीकाकरण के लिए फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ है. आकंड़े बेहद चौकाने वाले हैं.
बता दें कि अब तक 4200 फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स में से 2059 लोगों ने ही टीका लगाया. सरल भाषा में समझे, तो 50 फीसद से कम लोगों ने कोरोना का टीका लगवाया है. आकंड़े बयां कर रहे हैं कि लोगों को अभी भी वैक्सीन पर भरोसा नहीं है.
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49.02% लोगों ने दूसरे चरण में लगाया टीका
गौतमबुद्ध नगर में कोरोना टीकाकरण के लिए 42 केंद्र बनाए गए, जिसमें प्रत्येक सेंटर में 100 लोगों का टीकाकरण होना था. यानी कुल 4200 लोगों को कोरोना का टीका लगना था, लेकिन महज 49.02% लोगों ने दूसरे चरण के टीकाकरण में हिस्सा लिया है. आकंड़े साफ दर्शा रहे हैं कि लोगों में अभी भी कोविड वैक्सीनेशन के प्रति विश्वास नहीं जगा है. टीकाकरण में शामिल 2059 लोगों में से 6 AEFI रिपोर्ट किए गए हैं. AEFI ऐसे लोग हैं जिनको टीकाकरण के बाद समस्या हुई है. फिलहाल सभी लोग स्वास्थ्य विभाग के निगरानी में हैं.
3 बार किया गया कॉल और SMS
गौतमबुद्ध नगर सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी ने निरीक्षण के दौरान ईटीवी भारत से बातचीत की और बताया कि सभी फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स को 3 बार कॉल और SMS कर रिमाइंडर दिया गया. लेकिन आकंड़े दर्शाते हैं कि लोग अभी भी वैक्सिनेशन पर भरोसा नहीं कर रहे हैं.