नई दिल्ली/नोएडा:उत्तर प्रदेश का शो विंडो शहर नोएडा-ग्रेटर नोएडा की हवा खराब है. यह हम नहीं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board ) कह रहा है. एयर क्वालिटी इंडेक्स को गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया है. NGT के अनुसार, नोएडा में एकयूआई 334 और ग्रेटर नोएडा में 414 दर्ज किया गया है. सुबह सूरज निकलने के बावजूद आसमान में धुंध छाई रही, जिससे विजिबिलिटी खराब श्रेणी में दर्ज की गई है.
हवा की रफ्तार कम होने से वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, शनिवार तक वातावरण में सुबह के समय कोहरा और धुंध रहने की आशंका है. नोएडा प्राधिकरण ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू कर दिया है. अब इसी के तहत प्राधिकरण कार्य करेगा.
नोएडा की सड़कों पर छाए हुए स्मॉग के कारण सड़कों पर विजिबिलिटी खराब नजर आ रही है, जिसके कारण लोगो को परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है. लोगों में सांस और अस्थमा जैसे बीमारियां बढ़ रही हैं. नोएडा के मुख्य मार्गों पर और पेड़-पौधो पर टैंकरों के माध्यम से पानी का छिड़काव किया जा रहा है. बृहस्पतिवार को नोएडा कि सड़कों पर 44 टैंकरों के माध्यम से 58.99 किलोमीटर लंबाई में पानी का छिड़काव किया गया. प्रतिबंधित पॉलीथीन का प्रयोग करने पर पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया. वहीं, जिनके द्वारा नियम या NGT के नियम को तोड़ा जाएगा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.