दिल्ली

delhi

ETV Bharat / city

नोएडा: कूड़े की समस्या से निपटने के लिए लगाया गया बायोगैस प्लांट

नोएडा प्राधिकरण ने कूड़े की समस्या से निपटने के लिए आरडब्ल्यूए के साथ मिल कर बायोगैस प्लांट लगाया है. इस प्लांट में खर्च होने वाली बिजली का आधा खर्च नोएडा प्राधिकरण वहन करेगा.

By

Published : Sep 29, 2019, 10:58 AM IST

Updated : Sep 29, 2019, 11:30 AM IST

बायोगैस प्लांट का हुआ उद्दघाटन , etv bharat

नई दिल्ली/नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में कूड़ा निस्तारण की समस्या को दूर करने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टर 71 में आरडब्ल्यूए के साथ मिल कर बायोगैस प्लांट लगाया है. जिसका उद्घाटन प्राधिकरण के सीईओ ऋतु माहेश्वरी ने किया है.

कूड़े की समस्या से निपटने के लिए लगाया बायोगैस प्लांट

सेक्टर में ही बायोगैस बनाई जाएगी

बायोगैस प्लांट की मदद से सेक्टर 71 के निवासियों के घरों से निकालने वाले 500 घरो के कूड़े का निस्तारण बायोगैस प्लांट में किया जाएगा. ये दूसरा बायोगैस प्लांट है इससे पहले नोएडा के सेक्टर 30 के ग्रीन बेल्ट में यह प्लांट लगाया जा चुका है. नोएडा का यह पहला ऐसा बायोगैस प्लांट लगा है जिसमें सेक्टर में ही कूड़े का निस्तारण कर बायोगैस बनाई जाएगी इससे कूड़े को सेक्टर से बाहर नहीं ले जाना पड़ेगा.

500 घरों के कूड़े का होगा निस्तारण

सीईओ रितु माहेश्वरी का कहना है कि इस प्लांट के लगने का फायदा यह है कि सेक्टर से निकलने वाला कूड़ा का निस्तारण अब वहीं हो पाएगा. जिससे सेक्टर से निकलने वाला 500 घरों के कूड़े का निस्तारण कर बायोगैस बनाई जाएगा. वहीं जो बायोगैस बनाई जाएगी, उसे वहीं पास के अस्पताल को 30 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेचा जाएगा और इससे निकलने वाली खाद को भी उसे सेक्टर के ही ग्रीन बेल्ट में इस्तेमाल किया जाएगा.

आधा खर्च नोएडा प्राधिकरण करेगा

सीईओ ने कहा कि इस बायोगैस प्लांट के मेंटेनेंस का काम नोएडा प्राधिकरण करेगा और इस प्लांट में खर्च होने वाली बिजली का आधा खर्च नोएडा प्राधिकरण वहन करेगा. अगले साल बिजली का 25 परसेंट खर्च नोएडा प्राधिकरण वहन करेगा. सीईओ का कहना है कि हमारा प्रयास रहेगा कि यह प्रोजेक्ट सेल्फ सस्टेनिबल मॉडल बने. उन्होंने बताया कि बायोगैस प्लांट बनाने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने छह कंपनियों को अपने चैनल पर रखा हुआ है. 20 से 25 सेक्टरों के आरडब्ल्यूए ने यह बायोगैस प्लांट लगाने में दिलचस्पी दिखाई है.

इसके अलावा कई हाईराइज सोसाइटी हैं जिसमे इस तरह के प्रोजेक्ट चल रहे हैं. हमारा प्रयास है कि जो डंपिंग साइट तक बेस्ट पहुंचे वह कम से कम हो.

Last Updated : Sep 29, 2019, 11:30 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details