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नोएडा: फर्जी दस्तावेज बनाने वाले 4 जालसाज गिरफ्तार - fraudsters

पकड़े गए चारों जालसाजों के बारे में पुलिस ने बताया कि ये शातिर किस्म के जालसाज है. इनके द्वारा अब तक कितने फर्जी डॉक्यूमेंट बनाए गए हैं, इसकी जांच की जा रही है. साथ ही अपराधिक इतिहास के बारे में भी जांच की जा रही है कि इनके द्वारा इससे पूर्व में और कितनी घटनाएं की गई है.

4 arrested for preparing fake documents
फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले 4 गिरफ्तार

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Published : Feb 27, 2020, 1:27 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे जनपद नोएडा की फेस 3 पुलिस ने फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले चार जालसाजों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से पुलिस ने लैपटॉप, आधार कार्ड बनाने की मशीन, स्कैनर, प्रिंटर सहित कागजात बरामद किए हैं. यह लोग बिना किसी लाइसेंस के फर्जी तरीके से आधार कार्ड, पैन कार्ड, व अन्य डाक्यूमेंट्स मार्कशीट आदि तैयार करते थे.

फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले 4 गिरफ्तार

पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर इन लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें से एक व्यक्ति बैंक में आधार कार्ड बनाने का काम करता था, जहां से वो आधार कार्ड की मशीन को चुरा लाया था और अपने दोस्तों के साथ फ़र्ज़ी तरिके से कागजात तैयार करने का कार्य कर रहा था.

चार जालसाज गिरफ्तार
पुलिस की गिरफ्त में खड़े यह चारों जालसाज बड़े ही शातिर हैं. यह लोग फर्जी तरीके से डॉक्यूमेंट तैयार करते थे, यह लोग आधार कार्ड, पैन कार्ड और मार्कशीट में परिवर्तन कर डाक्यूमेंट्स लोगों के लिए तैयार करते थे. आधार कार्ड बनाने के लिए सरकार द्वारा जगह निर्धारित की गई है, जहां पर आधार कार्ड बनाए जाते हैं. लेकिन यह लोग फर्जी तरीके से अपना केंद्र चला रहे थे और भोले-भाले लोगों को डॉक्यूमेंट बनाकर देने के नाम पर मोटी कमाई कर रहे थे.

फिलहाल फेस 3 पुलिस ने इन चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार किए गए आरोपी सचिन, शमशेर,विजय और सरवन है. ये लोग बिना किसी डॉक्यूमेंट के ही लोगों के दस्तावेज तैयार करते थे और उनके फेर बदल करते थे. शमशेर एक बैंक में आधार कार्ड बनाने का कार्य करता था, वहीं से वो बिना अनुमती के मशीन को चुरा लाया था, ये लोग आधार कार्ड के नाम पर 800 रुपये लेते थे.

पुलिस का कहना
पकड़े गए चारों जालसाजों के बारे में पुलिस ने बताया कि ये शातिर किस्म के जालसाज है. इनके द्वारा अब तक कितने फर्जी डॉक्यूमेंट बनाए गए हैं, इसकी जांच की जा रही है. साथ ही अपराधिक इतिहास के बारे में भी जांच की जा रही है कि इनके द्वारा इससे पूर्व में और कितनी घटनाएं की गई है.

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