गुजरात मॉडल की तर्ज पर बसेगा 'न्यू नोएडा', औद्योगिक निवेश को मिलेगा बढ़ावा - 'न्यू नोएडा'
उत्तर प्रदेश योगी सरकार ने नोएडा अथॉरिटी को 'न्यू नोएडा' बसाने का जिम्मा दिया है. 'न्यू नोएडा' प्रदेश का पहला ऐसा शहर बनने जा रहा है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'गुजरात मॉडल' पर विकसित होगा.
औद्योगिक निवेश को मिलेगा बढ़ावा
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Published : Feb 13, 2021, 2:45 AM IST
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Updated : Mar 2, 2021, 5:13 PM IST
नई दिल्ली/नोएडा:यूपी की आर्थिक राजधानी नोएडा के फलक पर विकास के और चार चांद लगने वाले हैं. उत्तर प्रदेश योगी सरकार ने नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी को अहम जिम्मेदारी दी है. नोएडा अथॉरिटी जल्दी 'न्यू नोएडा' बसाने जा रही है.
गुजरात मॉडल की तर्ज पर बसेगा 'न्यू नोएडा'
'न्यू नोएडा' प्रदेश का पहला ऐसा शहर बनने जा रहा है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'गुजरात मॉडल' पर विकसित होगा. नोएडा, सिकंदराबाद, बुलंदशहर, खुर्जा के 80 गांव को मिलाकर 'न्यू नोएडा' बसाया जाएगा. जिसमें मुख्य रूप से 'विशेष निवेश क्षेत्र' को विकसित करने की योजना बनाई गई है.
'न्यू नोएडा'
'गुजरात मॉडल की तर्ज पर तैयार होगा न्यू नोएडा''न्यू नोएडा' विकसित करने के दौरान प्राधिकरण और किसानों के बीच जमीन अधिग्रहण को लेकर किसी भी प्रकार का विवाद ना हो. इसके लिए नोएडा प्राधिकरण ने लैंड पूलिंग के जरिए 80 गांव के किसानों की 100 फीसद जमीन लेकर विशेष निवेश क्षेत्र को विकसित करने की योजना बनाई है. गुजरात मॉडल पर शहर को विकसित करने के लिए हाल ही में सरकार ने नोएडा प्राधिकरण को जिम्मेदारी सौंपी है.
'गांव की संख्या'
ग्रेटर नोएडा
9 गांव
दादरी
11 गांव
खुर्जा
9 गांव
सिकंदराबाद
46 गांव
'80 गांव का होगा अधिग्रहण'
नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी ने बताया कि शासन से 80 गांव नोटिफाइड किए गए हैं और उनका लेआउट तैयार करने की जिम्मेदारी नोएडा प्राधिकरण को दी गई है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में नोएडा शहर जो बसा हुआ है, वहां रेजिडेंशियल और कमर्शियल गतिविधि होती है.
लेकिन 'न्यू नोएडा' तो बसाते वक्त औद्योगीकरण को बढ़ावा देना ही मुख्य उद्देश्य है. नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ने बताया कि जल्दी रोड मैप तैयार कर सरकार को सौंप दी जाएगी और उसके बाद 'न्यू नोएडा' बनाने की दिशा में तेजी से काम किया जाएगा.