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नोएडा : नेफोवा ने विदेशी छात्रों को दिया राशन, भावुक हो उठा नाइजीरियन छात्र - Nephova organization

विदेशी छात्रों की परिस्थियों की जानकारी जब नेफोवा के महासचिव अभिषेक को मिली तो उन्होंने इन विदेशी छात्रों से बात की और पूछा कि क्या वे भारतीय अनाज खा सकते हैं. इस पर जब इन लोगों ने हामी भरी तब नेफोवा की ओर से इन लोगों को राशन उपलब्ध करवाया गया.

Nephova organization sends ration to Nigerian students stranded in Greater Noida during lockdown
नोएडा : नेफोवा ने विदेशी छात्रों को दिया राशन, भावुक हो उठा नाइजीरियन छात्र

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Published : May 5, 2020, 9:51 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा : कोरोना महामारी के कारण देशभर में लॉकडाउन को और 2 हफ्ते के लिए बढ़ा दिया गया है. इसके कारण ग्रेटर नोएडा के विश्वविद्यालयों में पढ़ने के लिए आए विदेशी छात्रों की समस्याएं और बढ़ गई हैं. बीते 45 दिनों से नोएडा में चल रहे लॉकडाउन के कारण यूनिवर्सिटी में पढ़ने आए विदेशी छात्र यहां फंस गए हैं. इनके पास पैसे खत्म हो चुके हैं और राशन खत्म हो जाने से भूखों मरने की नौबत आ गई थी.

मदद मिलने पर क्या बोला विदेशी छात्र

नहीं मिल पा रही थी मदद

विदेशी होने कारण इन्हें आस-पास से मदद नहीं मिल पा रही थी. इस बात की जानकारी मिलते ही एक एनजीओ ने आगे बढ़कर इनकी मदद की और इनको राशन मुहैया करवाया. वैलेंटाइन ना का यह छात्र नाइजीरिया का निवासी है जो ग्रेटर नोएडा की नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में अपने 2 साथियों के साथ पढ़ता है और नोएडा एक्सप्रेस-वे पर स्थित एक हाउसिंग सोसाइटी में रहता है.

खत्म हो चुके हैं पैसे

पिछले 45 दिनों से चल रहे लॉकडाउन के कारण ये लोग अपने देश भी नहीं जा पाए रहे हैं और जो इनके पास राशन और पैसे भी खत्म हो गए हैं. दूसरे देश के नागरिक होने का कारण इन्हें किसी से सहायता लेने में दिक्कत आ रहे थी. वहीं जब मदद मिली तो ये विदेशी छात्र भावुक हो उठा.

भावुक हुआ विदेशी छात्र

विदेशी छात्रों की परिस्थियों की जानकारी जब नेफोवा के महासचिव अभिषेक को मिली तो उन्होंने इन विदेशी छात्रों से बात की और पूछा कि क्या वे भारतीय अनाज खा सकते हैं. इस पर जब इन लोगों ने हामी भरी तब नेफोवा की ओर से इन लोगों को राशन उपलब्ध करवाया गया. इसमें दाल, चावल, आटा, सब्जियां और तेल शामिल था. इस दौरान वैलेंटाइन भावुक हो गया.

क्या कह रहे नेफोवा के महासचिव

अभिषेक का कहना था कि भारत की संस्कृति है जो अपने अतिथियों को देवता मानती रही है. इस मुश्किल परिस्थितियों में हम अपने देवता को कैसे भूखा रहने दे सकते हैं. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया की आवश्यकता पड़ेगी तो वह आगे भी मदद करेंगे.

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