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गौतमबुद्ध नगर में 50 से ज्यादा लोगों को भेजा गया क्वारंटीन सेंटर

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Published : May 12, 2020, 10:35 AM IST

गौतमबुद्ध नगर में कोरोना का कहर लगातार जारी है. वहीं हॉटस्पॉट घोषित नोएडा सेक्टर-8 को सील कर दिया गया है. यहां से सोमवार को स्वास्थ विभाग की करीब आधा दर्जन एंबुलेंस में 50 से ज्यादा लोगों को क्वारंटीन सेंटर संदेह के आधार पर भेजा गया. सेंटर में उनका सैंपल लिया जाएगा.

people are taken to quarantine center from noida sector-8
50 से ज्यादा लोगों को भेजा गया क्वारंटाइन सेंटर

नई दिल्ली/नोएडा:गौतमबुद्ध नगर जिले में देखा जाए तो कोई ऐसा दिन नहीं रहा, जिस दिन कोरोना का मामला सामने न आया हो. लगातार कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. जिसमें खासकर देखा जाए तो नोएडा का सेक्टर-8 का क्षेत्र है, जिस क्षेत्र को शासन ने हॉटस्पॉट घोषित कर सील कर दिया है. वहीं रोजाना यहां पर लोगों को कोरोना संदिग्ध पाए जाने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम क्वारंटीन सेंटर ले जा रही है और जांच में वे लोग पॉजिटिव पाए जा रहे हैं. ऐसा ही कुछ सोमवार को हुआ. जब स्वास्थ विभाग की करीब आधा दर्जन एंबुलेंस में 50 से ज्यादा लोगों को क्वारंटीन सेंटर संदेह के आधार पर भेजा गया.

नोएडा सेक्टर-8 से 50 से ज्यादा लोगों को भेजा गया क्वारंटाइन सेंटर

स्वास्थ्य विभाग द्वारा नोएडा सेक्टर-8 से करीब 50 से 55 लोगों को एंबुलेंस के माध्यम से क्वारंटीन सेंटर ले जाया गया. आपको बता दें कि स्वास्थ्य विभाग उन लोगों को क्वारंटीन सेंटर ले जा रहा है, जो लोग सेक्टर-8 की झुग्गियों में राशन, खाना सहित अन्य चीजें बांटने और देने का काम कर रहे थे. सभी लोगों का क्वारंटीन सेंटर में सैंपल लिया जाएगा, जिसके बाद ही लोगों को वहां से छुट्टी दी जाएगी. अब देखना ये होगा कि इन लोगों में से कितने लोग पॉजिटिव और कितने लोग नेगेटिव पाए जाते हैं.


स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही

नोएडा के हॉटस्पॉट क्षेत्रों से स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार संदेह के आधार पर क्वारंटीन सेंटर ले जाकर सैंपल लेने का काम किया जा रहा है. वहीं देखा जाए तो स्वास्थ विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. दरअसल, इन लोगों को पहले सेंटर ले जाया जाता है और फिर वहां सैंपल लिया जाता है. लेकिन उसके बाद उन्हें रिपोर्ट आने तक वापस उके घर भेज दिया जाता हैं. और अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो वापस लोगों को क्वारंटाइन सेंटर भेजा जाता हैं. और फिर विभाग उन लोगों की तलाशी करता है, जो इनके संपर्क में आए हो. अगर हम सूत्रों की मानें तो स्वास्थ्य विभाग की इस लापरवाही की रिपोर्ट भी दी गई है.

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